AU फाइनेंस बैंक जिसका नाम आपने इससे पहले जरूर सुना होगा। ये मामला इसी बैंक के फ्रॉड से जुड़ा है। दरसअल ये पूरा मामला साल 2017 का है। पीड़ित मधुसूदन त्रिवेदी ने अपनी मौसी शांति देवी के नाम लोन लिया था। उस दौरान बैंक ने बीमा राशि काट कर लोन की रकम खाते में डाली थी। साल 2017 में ही में हितग्राही शांतिदेवी की मौत हो गई जब क्लेम सेटल के लिए मधुसूदन बैंक पहुंचे पता चला कि इस नाम से बैंक ने कोई बीमा पॉलिसी बनाई ही नहीं थी। अब मधुसूदन उपभोगता फोरम से लेकर पीएमओ तक शिकायत कर चुके है, इसके बावजूद बैंक उन्हें लगातार किश्ते भरने को लेकर परेशान कर रही है
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