राजस्थान क्रिकेट में इन दिनों भगदड़ सी मची हुई है। बीते दिनों अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर और जोधपुर के निवासी स्पिनर रवि विश्नोई ने राजस्थान छोड़ दिया और गुजरात चले गए। वहां कैंप में हिस्सा लेने के बाद उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए सिलेक्ट किया गया। रवि विश्नोई को मिली इस सफलता के बाद राजस्थान के कैप्टन अशोक मेनारिया भी राजस्थान को छोड़ चुके हैं, महिपाल लोमरोर भी आने वाले वक्त में राजस्थान छोड़ने वाले हैं। आखिर क्रिकेटर्स के राजस्थान से हो रहे मोहभंग के पीछे की वजह पूछे जाने पर दबी जुबान में क्रिकेटर्स असुरक्षा की भावना को जिम्मेदार बता रहे हैं। वहीं पूर्व क्रिकेटर्स खुलकर आरोप लगा रहे हैं।
आरसीए क्रिकेट को लेकर गंभीर नहीं
राजस्थान के पूर्व क्रिकेटर्स ने आरोप लगाया है कि आरसीए क्रिकेट को लेकर सीरियस नहीं है। पदाधिकारियों के परिवार के लोगों को टीम में जगह देने सीनियर खिलाड़ी बाहर कर दिए जाते हैं। राजस्थान क्रिकेट के जाने माने क्रिकेटर्स से बातचीत में इसके पीछे कई और कारण भी बताए हैं।
अनेक क्रिकेटर्स का कहना है कि आरसीए की प्लेंइंग इलेवन में अब खिलाड़ियों के टैलेंट के बजाय पदाधिकारियों की मनमर्जी चलती है। टैलेंटेड खिलाड़ियों की जगह ऐसे औसत खिलाड़ी जगह पा रहे हैं जिनके परिवार के लोग या रिश्तेदार आरसीए में हैं। विनीत सक्सेना को बीच टूर्नामेंट में कोच के पद से हटाना भी इसी कारण लिया गया निर्णय है। बताया जा रहा है कि विनीत ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बेटे और रिश्तेदारों को टीम में खिलाने पर सहमति नहीं जताई थी।
खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना
पूर्व क्रिकेटर्स ने बताया कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के साथ खिलाड़ियों को अपने भविष्य की चिंता रहती है। उनके ऊपर हमेशा तलवार लटकती रहती है कि वे कब बाहर कर दिए जाएं। इससे परफॉरमेंस पर भी सीधा असर पड़ता है। यही कारण है कि खिलाड़ी दूसरे राज्यों में जाकर खेलना पसंद कर रहे हैं। अगर सीनियर हो जाते हैं तो दूसरे राज्यों में कोचिंग देने लगते हैं।
सेक्रेटरी बोले- जय शाह से टच में रहने गए विश्नोई
इधर आरसीए के सेक्रेटरी बीएस सामोता ने रवि विश्नोई, अशोक मेनारिया और विनीत सक्सेना पर निशाना साधा है। सामोता बोले कि हमने विश्नोई से खूब कहा कि मत जाओ, लेकिन उन्हें अशोरेंस मिला होगा कि हमारे यहां से इंडिया खिलाएंगे। हमने उनसे कहा कि आप स्टार हो गए तो राजस्थान छोड़ना चाहते हैं, जबकि आप हमारी बदौलत ही स्टार बने हैं। रवि विश्नोई का पर्सनल इंटरेस्ट था, वहां जय शाह के डायरेक्ट टच में रहेंगे, इंडियन टीम में भी जाएंगे।