जापान (Japan) में एक बार फिर खेल-खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धा शुरू होने जा रही है। टोक्यो 2020 पैरालिंपिक खेलों का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर के बीच होगा जिसमें दुनियाभर से लगभग 4,400 खिलाड़ी भाग लेंगे। भारत की ओर से इस बार पैरालंपिक खेलों में 54 खिलाड़ी 9 खेलों में अपनी दावेदारी पेश करेंगे। पैरालिंपिक टूर्नामेंट (Paralympic Tournament) में भारत ने अब तक का अपना सबसे बड़ा दल भेजा है। इससे पहले रियो पैरालिंपिक में भारत ने पांच खेलों में 19 एथलीट भेजे थे, उस समय वो टीम भारतीय पैरालंपिक इतिहास की सबसे बड़ी टीम थी।
बढ़ते कोरोना केस के कारण प्रशंसकों को रखा दूर
ओलिंपिक (Olympic) के 17 दिनों के दौरान टोक्यो में नए संक्रमण तीन गुना तक बढ़ गये, जिसके चलते पैरालिंपिक खेलों के दौरान भी स्टेडियम (Stadium) में प्रशंसकों को आने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि कुछ कार्यक्रम में बच्चों के भाग लेने की संभावना है। यह फैसला अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति (International Paralympic Committee) के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स (Andrew Parsons), आयोजन समिति की अध्यक्ष सीको हाशिमोतो (Seiko Hashimoto), टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके और ओलिंपिक मंत्री तामायो मारुकावा की बैठक में लिया गया।
रियो 2016 के हीरो भारत के ध्वजवाहक होंगे
मरियप्पन थंगावेलु टोक्यो 2020 पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। रियो 2016 पैरालिंपिक में मरियप्पन (mariyappan) ने पुरूषों की हाई जम्प में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था। भारत ने तब चार पदक जीते थे, जिनमें दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक शामिल था।