ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व तेज गेंदबाज (Bowler) ट्रॉय कूले (Troy Cooley) नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) के नए गेंदबाजी कोच हो सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उन्हें तीन साल के लिए ये जिम्मेदारी दे सकती है। कूले को विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी कोचों में से एक माना जाता है। उनके बॉलिंग कोच रहते ही इंग्लैंड ने 2005 के एशेज में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी थी। एंड्रयू फ्लिंटॉफ, मैथ्यू हॉगर्ड, साइमन जोन्स और स्टीव हार्मिसन की सफलता का श्रेय इंग्लिश ड्रेसिंग रूम में कूले की उपस्थिति को दिया गया था। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि ट्रॉय कूले को एनसीए का गेंदबाजी कोच नियुक्त करने के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण को राजी करना होगा।
कूले को राजी करना सौरव और शाह के लिए बड़ी सफलता
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक BCCI के एक करीबी सूत्र ने कहा कि यह जय शाह और सौरव गांगुली के लिए काफी बड़ी सफलता है। सूत्र ने आगे कहा, "कूले को NCA में काम करने के लिए राजी कराना जय शाह (Jay Shah) और सौरभ गांगुली (Saurabh Ganguly) के लिए काफी बड़ी सफलता है। ऐसा सुनने में आ रहा है कि कूले को तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया जा रहा है और वह NCA के नए प्रमुख बनने जा रहे वीवीएस लक्ष्मण के साथ काम करेंगे।"
NCA के नए बल्लेबाजी कोच
पूर्व भारतीय खिलाड़ी हृषिकेश कानितकर और शिव सुंदर दास (Hrishikesh Kanitkar and Shiv Sundar Das) को NCA का नया बल्लेबाजी कोच बनाया गया है। NCA में तीसरे बल्लेबाजी कोच के रूप में शितांशू कोटक पहले से ही मौजूद है। कानितकर और दास पहले भी NCA में काम कर चुके हैं। कोटक भारतीय A टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाने वाले हैं। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर साईराज बहुतुले को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए स्पिन गेंदबाजी कोच बनाया गया।
तेज गेंदबाजों की अगली खेप तैयार करने का प्लान
ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और उमेश यादव सभी 30 साल की उम्र पार कर चुके हैं और इनके संभवत: अगले दो वर्षों तक ही खेलने की उम्मीद है। ऐसे में बीसीसीआई पहले ही योजना बना रहा है कि तेज गेंदबाजों की अगली खेप कैसे तैयार की जाए और जिसके अंतर्गत ही वह युवा तेज गेंदबाजों के लिए ‘एक्सक्लूसिव’ अनुबंध लाने को तैयार है। समझा जाता है कि गांगुली, शाह मुख्य कोच द्रविड़ और एनसीए प्रमुख लक्ष्मण के साथ मिलकर ऐसा अनुबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं जो ‘एक्सक्लूसिव’ हो और केंद्रीय अनुबंध से अलग हो।