BIRMINGHAM. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के 11वें दिन (8 अगस्त) भी भारत का जोरदार परफॉर्मेंस जारी रहा। पहले बैडमिंटन के विमेन्स सिंगल्स में भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने कनाडा की मिशेल ली को 21-15, 21-13 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। कॉमनवेल्थ में विमंस सिंगल्स मुकाबलों में सिंधु का यह पहला गोल्ड है। इससे पहले 2018 में सायना नेहवाल ने कॉमनवेल्थ में विमेंस सिंगल्स का गोल्ड जीता था। सिंधु के बाद मेंस सिंगल में लक्ष्य सेन ने गोल्डन लक्ष्य पर निशाना साध लिया। उन्होंने फाइनल में मलेशिया के जेई यंग को हराया। लक्ष्य पहला गेम 19-21 से हार गए। दूसरे गेम में 21-9 से वापसी की और तीसरा गेम 21-16 से जीतते हुए गोल्ड अपने नाम कर लिया। वहीं, टेबल टेनिस में अचंत शरत कमल ने मेंस सिंगल्स में गोल्ड जीता। पुरुष हॉकी टीम ने सिल्वर जीता।
भारत अब तक 22 गोल्ड मेडल समेत 61 मेडल जीत चुका है। मेडल टेली में भारत में चौथे नंबर पर है। पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया, दूसरे पर इंग्लैंड और तीसरे पर कनाडा है।
भारत के मेडल विनर्स
22 गोल्ड- मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टीटी पुरुष टीम, सुधीर, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया, रवि दहिया, विनेश फोगाट, नवीन, भाविना, नीतू, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन, शरत-श्रीजा, पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन, सात्विक-चिराग, शरत
16 सिल्वर- संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशु मलिक, प्रियंका, अविनाश साबले, पुरुष लॉन बॉल टीम, अब्दुल्ला अबूबकर, शरथ-साथियान, महिला क्रिकेट टीम, सागर, पुरुष हॉकी टीम।
23 ब्रॉन्ज- गुरुराजा, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मिन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, महिला हॉकी टीम, संदीप कुमार, अन्नू रानी, सौरव-दीपिका, किदांबी श्रीकांत, त्रिषा-गायत्री, साथियान।
अब तक ऐसा रहा सिंधु की सफलता का सफर
इंटरनेशनल लेवल पर सिंधु ने 2 गोल्ड, 5 सिल्वर और 7 ब्रॉन्ज मेडल जीते।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में
बासेल- 2019, गोल्ड
ग्लासगो- 2017, सिल्वर
नानजिंग- 2018, सिल्वर
कोपेनहेगन- 2014, ब्रॉन्ज
गुआंगझू- 2013, ब्रॉन्ज
ओलंपिक में
रियो डि जेनेरियो- 2016, सिल्वर
टोक्यो- 2020, ब्रॉन्ज
उबेर कप
दिल्ली- 2014, ब्रॉन्ज (टीम इवेंट में)
कुन्शानी- 2016, ब्रॉन्ज (टीम इवेंट में)
एशियन गेम्स
जकार्ता- 2018, सिल्वर
इंचॉन- 2014, ब्रॉन्ज (टीम इवेंट में)
कॉमनवेल्थ गेम्स
गोल्ड कोस्ट- 2018, गोल्ड (टीम इवेंट में)
गोल्ड कोस्ट- 2018, सिल्वर (विमेन्स सिंगल्स में)
ग्लासगो- 2014, ब्रॉन्ज
टेबल टेनिस
भारत के दिग्गज टेबल टेनिस प्लेयर अचंत शरत कमल ने मेंस सिंगल्स में गोल्ड जीता। यह उनका बर्मिंघम में तीसरा स्वर्ण है। इससे पहले वह मेन्स टीम इवेंट और मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण जीत चुके हैं। इसके अलावा मेन्स डबल्स में शरत ने रजत जीता था। इस तरह शरत ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में अपने सफर का अंत चार पदकों के साथ किया।
शरत ने 16 साल बाद मेन्स सिंगल्स में जीता गोल्ड
शरत कमल ने कॉमनवेल्थ गेम्स में टेबल टेनिस के मेन्स सिंगल्स में 16 साल बाद स्वर्ण जीता। इससे पहले उन्होंने 2006 में मेंस सिंगल्स में स्वर्ण जीता था। शरत का कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 यह में कुल 7वां गोल्ड है। बर्मिंघम में तीन स्वर्ण के अलावा शरत ने 2006 में मेंस सिंगल्स और मेन्स टीम इवेंट में स्वर्ण, 2010 में मेन्स डबल्स में स्वर्ण और 2018 में मेन्स टीम इवेंट में स्वर्ण जीता था। इसके अलावा वह 2010 में दो कांस्य, 2014 और 2018 में एक-एक रजत और 2022 में एक रजत जीत चुके हैं। शरत ने राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 13 पदक जीते हैं।
शरत CWG में भारत के तीसरे सबसे कामयाब प्लेयर
शरत कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के सबसे सफल एथलीट्स के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। उनसे ज्यादा सिर्फ जसपाल राणा (शूटिंग) और समरेश जंग (शूटिंग) ने पदक जीते हैं। जसपाल के नाम राष्ट्रमंडल खेलों में 15 मेडल (9 स्वर्ण) और समरेश के नाम 14 मेडल (7 स्वर्ण) हैं।