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इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)के रिंकू सिंह ने 23 गेंदों पर 42 रन की नाबाद पारी खेली और अपनी टीम को जिताने में कामयाबी हासिल की। 2 मई को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने लगातार 5 हार के बाद राजस्थान रॉयल्स (RR) को हराकर जीत दर्ज की। अपने इस जबरदस्त प्रदर्शन कर रिंकू सिंह ने अपनी टीम को IPL में जोरदार वापसी कराई। लेकिन क्या आप जानते है कि रिंकू क्रिकेट में आने से पहले क्या करते थे, अगर नहीं, तो आइए आपको बताते हैं...
बेहद गरीब परिवार से हैं रिंकू
जानकारी के मुताबिक रिंकू अभी महज 24 साल के हैं और वे बहुत ही गरीब परिवार से आते हैं। उनकी मेहनत और सफलता हम सब को बताती है कि यदि हम सबके इरादे पक्के हैं तो हम उस मुकाम तक पहुंच सकते हैं। ऐसा ही कुछ रिंकू ने कर दिखाया। रिंकू उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) के रहने वाले हैं।
पिता नहीं चाहते थे क्रिकेट में जाए रिंकू
सूत्रों के मुताबिक रिंकू का बचपन से ही पसंदीदा खेल क्रिकेट ही था लेकिन घर के हालात ठीक न होने की वजह से उनके पिता नहीं चाहते थे कि वे क्रिकेट में जाकर अपना टाइम वेस्ट करें। इसके बावजूद भी रिंकू, क्रिकेट खेलने के लिए चले जाते थे, जिसके बाद उनके पिता से उनकी पिटाई भी होती थी।
रिंकू के भाइयों ने दिया साथ
पिता के मना करने के बाद भी रिंकू अपने सपनों पर डटे रहे। उन्हें उनके भाइयों ने बहुत सपोर्ट किया। बताया जा रहा है कि रिंकू ने एक टूर्नामेंट खेला था, जिसमें उन्होंने अपना अच्छा प्रदर्शन दिखाया था। इसके इनाम में उन्हें मोटर साइकिल मिली थी। हालांकि वे बाइक उन्होंने अपने पिता को दे दी।
घर चलाने के लिए रिंकू ने किया ये काम
रिंकू ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं। वे 9वीं कक्षा में फेल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी लेकिन घर का खर्च चलाने के लिए उनका का काम करना भी जरूरी था। इसलिए उन्होंने एक कोचिंग सेंटर में झाडू-पोंछा लगाने का काम शुरू किया। लेकिन कुछ समय बाद वे इस काम से परेशान हो गए और ये नौकरी छोड़ दी। ऐसे में उनके सामने सिर्फ क्रिकेट की एक ऑपशन था।
गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते हैं पिता
रिंकू के पिता गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते हैं। रिंकू 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। उनके एक भाई ऑटो चलाते थे, जबकि दूसरा भाई कोचिंग सेंटर में काम करता था।