MUMBAI: सौरव गांगुली मना रहे 50वां जन्मदिन, छठे सबसे बड़े वनडे बैट्समैन, सचिन को था गांगुली की काबलियत पर भरोसा

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The Sootr CG
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MUMBAI: सौरव गांगुली मना रहे 50वां जन्मदिन, छठे सबसे बड़े वनडे बैट्समैन, सचिन को था गांगुली की काबलियत पर भरोसा

Mumbai. BCCI के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket team) के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आज यानी 8 जुलाई को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। गांगुली ने अपनी कप्तानी में जो टीम तैयार की उसके लोग आज भी फैन हैं और सभी प्लेयर्स भारतीय क्रिकेट में आज भी योगदान दे रहे हैं। गांगुली के दौर में उपकप्तान रहे राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) टीम इंडिया के चीफ कोच हैं। वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) एनसीए के प्रमुख हैं। एमएस धोनी (MS Dhoni) चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान हैं।





सौरव गांगुली को मिला छठे सबसे बड़े वनडे बैट्समैन का दर्जा





कई भारतीय घरेलू टूर्नामेंट जैसे रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) और दिलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में खेलने के बाद, गांगुली को भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket team) के इंग्लैंड (England) दौरे पर पहली बार मौका मिला था। 2002 में, विजडन क्रिकेटर्स अलमैनैक (Wisden Cricketers Almanack) ने उन्हें विव रिचर्ड्स, सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, डीन जोन्स और माइकल बेवन के बाद छठे सबसे बड़े वनडे बैट्समैन का दर्जा दिया। 2007 में सौरव गांगुली इंडियन प्रीमीयर लीग (Indian Premier League) की टीम कोलकाता नाईट राइडर्स (Kolkata Night Riders) के कप्तान बनाये गए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ एक घरेलू सीरीज के बाद गांगुली ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। 





सचिन-गांगुली की दोस्ती 





भारतीय क्रिकेट टीम में जब सौरव कप्तान थे तो उनके ओपनिंग पार्टनर सचित तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) थे। दोनों की बेहतरीन पार्टनरशिप जितनी क्रिकेट पिच पर जमती है उतनी ही मैदान के बाहर। सचित तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने एक खास इंटरव्यू में तेंदुलकर ने गांगुली से जुड़ी कई खास बातें साझा कीं। उन्होंने गांगुली के साथ अंडर- 15 के दिनों से अपनी दोस्ती का जिक्र किया। भारतीय टीम के कप्तान और अब भारतीय क्रिकेट के अध्यक्ष बनने तक के सफर से लेकर अपनी गहरी दोस्ती पर खुलकर बात की।





गांगुली को बनाया उपकप्तान (Vice captain)  





सचिन ने इंटरव्यू मे बताया कि वह जानते थे कि उनके बाद भारतीय टीम (Indian cricket team) का अगला कप्तान कौन होगा। 1999 में तेंदुलकर ने ही ऑस्ट्रेलिया टूर के टाइम गांगुली को टीम का उपकप्तान (Vice captain) बनाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने गांगुली की कप्तानी की तारीफ कर कहा कि कप्तानी छोड़ने से पहले भारतीय टीम (Indian cricket team) के ऑस्ट्रेलिया दौरे (Australia tour) पर मैंने सौरव को टीम का उपकप्तान (Vice captain) बनाने का सुझाव दिया था। मैंने उन्हें करीब से देखा था और उनके साथ क्रिकेट खेला था। मुझे पता था कि वह भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर जा सकते हैं। वह अच्छे कप्तान थे। 





सचिन और सौरव का तालमेल





सचिन तेंदुलकर ने कहा कि इसके बाद सौरव ने कभी मुड़कर नहीं देखा और उसकी उपलब्धियां हमारे सामने हैं। दोनों के बीच बेहतरीन तालमेल से ही 26 बार शतकीय (century) साझेदारियां कीं और उनमें से 21 बार इनिंग्स की शुरुआत की। सचिन ने कहा कि सौरव और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की ताकि टीम मैच जीत सके. इसके आगे हमने कुछ नहीं सोचा। तेंदुलकर ने अपनी पुरानी दोस्ती के बारे में कहा कि गांगुली ने पहली बार भारत के लिए 1992 में खेला और फिर 1996 में वापसी की। उस समय मोबाइल फोन नहीं होते थे लेकिन दोनों एक दूसरे के संपर्क में रहे।



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