स्पोर्ट्स डेस्क. इंदौर के नितिन मेनन आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल होने वाले देश के एकमात्र अंपायर हैं। नितिन के पिता नरेंद्र मेनन भी अंपायर रह चुके हैं। वे कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबलों में अंपायरिंग कर चुके हैं। नितिन मेनन लगातार पांच बार से आईपीएल फाइनल में बतौर अंपायर निर्णय सुना रहे हैं। यहां बता दें, नितिन क्रिकेटर से अंपायर बने हैं।
पहले मैच में करेंगे अंपायरिंग
अगले महीने होने वाले वर्ल्ड कप के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने देश से एकमात्र अंपायर के रूप में इंदौर के नितित मेनन को चुना है। वे विश्व कप के पहले मैच के लिए मैदानी अंपायर नियुक्त किए गए हैं। क्रिकेट का यह मुकाबला पांच अक्टूबर को अहमदाबाद के मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। नितिन इससे पहले भी कई मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।
नितिन बना सकते हैं अंपायरिंग का रिकॉर्ड
अभी वर्ल्ड कप के सभी मैचों के लिए अंपायरों की नियुक्ति नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि जब सभी मैचौं के लिए अंपायर्स का एलॉटमेंट किया जाएगा तो नितिन को 6-7 मैचों में जिम्मेदारी और मिल सकती है। इसके बाद मेनन सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में फैसला सुनाने वाले भारतीय अंपायर का रिकार्ड बना सकते हैं। यह रिकार्ड अभी पूर्व भारतीय क्रिकेटर एस. वेंकटराघवन के नाम है। उन्होंने 52 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की है।
पिता नरेंद्र मेनन भी रह चुके है अंपायर
नितिन के पिता नरेंद्र मेनन भी अंपायर रह चुके हैं। उन्होंने कई अंतरर्राष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की है। संभवत: नितिन को भी पिता से इस फील्ड में जाने की प्रेरणा मिली है। देश के शीर्ष अंपायरों में गिने जाने वाले नितिन मेनन लगातार पांच बार से आईपीएल फाइनल में फैसला सुना रहे हैं।
नितिन क्रिकेटर से बने अंपायर
39 वर्षीय नितिन अपने अंपायरिंग करियर में 20 टेस्ट, 40 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच और 93 आईपीएल मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं। नितिन भारतीय क्रिकेटर भी रह चुके हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज रहे नितिन ने लिस्ट ए क्रिकेट टीम में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था। बाद में अंपायरिंग को करियर के रूप में चुना। नितिन बीसीसीआई के ग्रेड ए प्लस अंपायर हैं।