मुरैना. मध्य प्रदेश की बेटी ईशा सिंह पॉवर लिफ्टिंग में देश का नेतृत्व (Represent) करने जा रहीं है। तुर्की के इस्तांबुल (Istanbul) में 23 से 30 दिसंबर तक पॉवर लिफ्टिंग (Power Lifting) की एशियन चैंपियनशिप होने वाली हैं। ईशा चंबल संभाग के मुरैना की रहने वाली हैं। ईशा इस संभाग की पहली महिला हैं, जो इस खेल में इंटरनेशनल लेवल पर भारत को रिप्रेजेंट करेंगी।
एयर होस्टेस की नौकरी छोड़ी
पॉवर लिफ्टिंग करने से पहले ईशा स्पाइस जेट में एयर होस्टेस थीं। पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 2017 में पॉवर लिफ्टिंग में उन्होंने पहला गोल्ड मेडल जीता तो 6 महीने बाद ही अपनी नौकरी को अलविदा कह दिया। ईशा के परिवार ने भी उनके इस फैसले का समर्थन किया। आज ईशा अपने गांव ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं।
बेटों के प्रभुत्व वाले इलाके में बनाई जगह
चंबल में बेटों की तुलना में बेटियों को कमतर आंका जाता है, लेकिन ईशा ने ये धारणा तोड़ी। उम्मीद है कि ईशा कई लड़कियों के लिए रोल मॉडल बनकर उभरेंगी। एशियन चैंपियनशिप में फिलीपींस और लेबनान की खिलाड़ियों से ईशा को कड़ी टक्कर मिल सकती है। ईशा का अब तक का परफॉर्मेंस देखते हुए लगता है कि वे मेडल जरूर लाएंगी।