सपना टूटने से निराशा: मैरीकॉम बोलीं- फैसले को चुनौती नहीं दे सकती, दुनिया ने सच्चाई देखी होगी

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सपना टूटने से निराशा: मैरीकॉम बोलीं- फैसले को चुनौती नहीं दे सकती, दुनिया ने सच्चाई देखी होगी

टोक्यो. प्री-क्वार्टर फाइनल में कोलंबियाई बॉक्सर इन्ग्रिट वेलेंसिया के हाथों हार के बाद भारत की स्टार बॉक्सर एमसी मैरीकॉम निराश हैं। उन्होंने रैफरी, इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन और इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के फैसलों पर सवाल उठाए हैं। न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वे इस फैसले को चुनौती नहीं दे सकती हैं, लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद है कि दुनिया ने सच्चाई देखी होगी। मैं ब्रेक लूंगी, परिवार के साथ समय बिताऊंगी। लेकिन मैं खेल नहीं छोड़ रही हूं। अगर कोई टूर्नामेंट होता है तो मैं जारी रखूंगी।

कोच ने बताया कि हार गई

मैरीकॉम के मुताबिक, रिंग के अंदर मैं खुश थी, मैच खत्म होने के बाद भी दुखी नहीं थी। मैं अपने दिमाग में जानती थी कि मैंने ये मैच जीत लिया गया है। लेकिन जब सोशल मीडिया और अपने कोच छोटेलाल यादव को देखा, तब अहसास हुआ कि मैं मैच गंवा चुकी हूं। एक मिनट या एक सेकंड के अंदर एक एथलीट का सब कुछ चला जाता है। जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं जजों के फैसले से निराश हूं।

फैसला समझ से परे

बॉक्सर ने कहा कि मैं इस फैसले को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रही हूं। पता नहीं क्या गड़बड़ है, IOC और टास्क फोर्स को क्या समस्या है। मैं भी टास्क फोर्स की मेंबर थी। मैं साफ सुथरे मैच के लिए उन्हें सुझाव भी देती थी और उनका सहयोग भी करती थी। लेकिन, उन्होंने मेरे साथ क्या किया? मैंने वेलेंसिया को दो बार हराया। मैं भरोसा ही नहीं कर सकी कि रैफरी ने उसका हाथ उठाया। सबसे खराब बात है कि फैसले का रिव्यू और प्रोटेस्ट नहीं किया जा सकता है, वरना मैं ऐसा जरूर करती।

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