BERMINGHAM. भारत के लिए टोक्यो ओलिंपिक (Olympic) में ब्रॉन्ज मेडल (Bronze Medal) जीतने वाली बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) ने कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) से पहले स्पोर्ट्स पॉलिटिक्स को लेकर आवाज उठाई है। लवलीना का कहना है कि वे हैरेसमेंट का शिकार हो रही हैं। दरअसल कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं और ऐसे में उन्हें कोच के साथ ट्रेनिंग नहीं करने दिया जा रहा है।
लवलीना हुईं मेंटल हैरेसमेंट की शिकार
लवलीना ने ट्वीट किया- आज मैं बड़े दुख के साथ कहती हूं कि मेरे साथ बहुत हैरेसमेंट हो रहा है। जिस कोच ने मुझे ओलिंपिक में मेडल जीतने में मदद की, उन्हें बार-बार हटा दिया जा रहा है। इससे मेरे ट्रेनिंग प्रोसेस पर बुरा असर हुआ है। इंग्लैंड आने से पहले भी मुझे अपने कोच के साथ ट्रेनिंग करने में बहुत मुश्किल हुई। बार-बार हाथ जोड़ कर मिन्नत करने के बावजूद बहुत देर से उन्हें जॉइन कराया जाता है। मुझे ट्रेनिंग में बहुत परेशानी उठानी पड़ती है और मेंटल हैरेसमेंट तो होता ही है। अभी तक मेरी कोच संध्या को कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज के बाहर रखा गया है। उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है। ऐसा तब हो रहा है जब कॉमनवेल्थ गेम्स में मेरे मुकाबले शुरू होने में 8 दिन ही बचे हैं। मेरे दूसरे कोच को भी वापस भारत भेज दिया गया है। मुझे समझ नहीं आ रहा मैं कैसे फोकस करूं? इसी के कारण पिछली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी मेरा परफॉर्मेंस खराब हुआ था। अब राजनीति के कारण मैं कॉमनवेल्थ भी खराब नहीं करना चाहती हूं। आशा करती हूं कि मैं मेरे देश के लिए इस राजनीति को तोड़कर मेडल ला पाऊं। जय हिंद।
— Lovlina Borgohain (@LovlinaBorgohai) July 25, 2022
संध्या का नाम कहीं नहीं, लवलीना ने की बार-बार डिमांड
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 6 जुलाई को पहली बार बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Boxing Federation of India) ने कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) के लिए प्लेयर्स और स्टाफ की लिस्ट भेजी थी। इस लिस्ट में लवलीना की कोच संध्या का नाम नहीं था। वहीं 18 जुलाई को भी फेडरेशन ने अपडेटेड लिस्ट भेजी, उसमें भी उनकी कोच का नाम नहीं था। लवलीना के बार-बार डिमांड करने के बाद संध्या का नाम स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजा गया। इसके बाद ही कोच के नाम पर SAI (Sports authority of India) ने मंजूरी दी गई।