SIDHI. जॉर्जिया में हुए अंतरराष्ट्रीय वुशु कॉम्पिटीशन में मध्य प्रदेश के सीधी जिला स्थित मधिला गांव की प्रियंका केवट ने गोल्ड जीत कर देश का नाम रोशन किया है। प्रियंका एक गरीब परिवार से आती हैं। उनके पिता (शिवदयाल केवट) सीधी जिला के नर्सिंग होम में कैशियर का काम करते हैं।
गर्व महसूस कर रहीं प्रियंका
प्रियंका ने बताया कि उन्होंने पहली बार किसी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया। वे कहती हैं कि अपने देश का झंडा ऊपर उठते हुये देखकर बहुत गर्व महसूस हुआ। मैं इस जीत के लिए अपने कोच, माता-पिता और M3M फाउंडेशन से मिले सपोर्ट और मार्गदर्शन के लिए आभारी हूं। ये स्वर्ण पदक मुझे और मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। मैं आने वाले चैम्पियनशिप में अपना पूरा ध्यान लगाउंगी।
M3M फाउंडेशन की ट्रस्टी ने दी प्रियंका को बधाई
M3M फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया ने कहा कि प्रियंका की जीत ने देश की उन लड़कियों का मनोबल बढ़ाया है, जो गरीबी और अभाव में आगे नहीं बढ़ पाती हैं। मैं प्रियंका को वुशु खेल में स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई देती हूं। M3M फाउंडेशन का लक्ष्य कार्यक्रम प्रतिभावान और उभरते खिलाडियों और कलाकारों को स्कॉलरशिप की मदद देना है। ये स्कॉलरशिप सामाजिक या आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों के लोगों के लिए है।
मैरीकॉम से हुईं इंसपायर
प्रियंका, मैरीकॉम को अपनी इंस्पिरेशन मानती हैं। उनका सपना है कि 2023 में होने वाले एशियन गेम्स और 2022 में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में वे जीत हासिल करें। शुरुआती दिनों में प्रियंका के कोच मनिंद शेर अली खान रहे थे। वर्तमान में रत्नेश ठाकुर, कल्याणी और भोपाल से सारिका गुप्ता ने कोचिंग दी।