भारतीय टीम के कोच के पद से रवि शास्त्री ने कुछ महीने पहले खुद को अलग कर लिया था। बतौर कोच विश्व कप टी20 में आखिरी बार नजर आए शास्त्री ने एक बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) में कुछ लोग उन्हें कोच नहीं बनने देना चाहते थे।
पूरी कोशिश की गई कि मैं टीम इंडिया का कोच ना बन सकूं
रवि शास्त्री ने कहा आप देखिए चीजें किस तरह से बदली हैं। जिसे वो गेंदबाजी कोच नहीं बनाना चाहते थे, वो भारत के सबसे शानदार गेंदबाजी कोच बने। मैं किसी एक इंसान का नाम नहीं ले सकता, लेकिन मैं ये पक्के तौर पर बता सकता हूं कि इस बात की पूरी कोशिश की गई थी कि मुझे कोच का पद ना मिले। मुझे दुख हुआ था जिस तरह से मुझे टीम से हटाया गया वो सही नहीं था। मुझे टीम से बाहर करने के कई और बेहतर तरीके हो सकते थे। जब मैं टीम को छोड़ कर गया था तो वह अच्छी स्थिति में थी। मेरे दूसरे कार्यकाल में मैं काफी विवादों के बाद आया था। जो लोग मुझे बाहर रखना चाहते थे। ये उनके मुंह पर करारा तमाचा था।'
कुंबले के इस्तीफे के बाद रवि शास्त्री कोच बने
शास्त्री को 2017 में टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया था। उससे पहले 2014 से 2015 के वर्ल्ड कप तक वो टीम के डायरेक्टर थे। इसी दौरान उनके साथ साजिश शरू हुई थी।वर्ल्ड कप के बाद शास्त्री को हटा दिया गया था। डंकन फ्लेचर के बाद माना जा रहा था कि वो टीम के हेड कोच बनेंगे, लेकिन अनिल कुंबले को टीम का कोच बना दिया गया फिर कुंबले जब हटे तो शास्त्री भारत के दोबारा कोच बने।
रोहित को लेकर ये बोले शास्त्री
'रोहित हमेशा वही करते हैं, जो टीम के लिए सबसे अच्छा होता है। वह टीम में मौजूद हर खिलाड़ी का पूरा फायदा उठाना जानते हैं।' पूर्व मुख्य कोच ने आगे कहा कि रोहित और कोहली दुनिया के दो ऑल-फॉर्मेट बल्लेबाजों के रूप में विकसित हुए, जिससे उन्हें खुशी और गर्व है।
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