पिछले 4 मैचों में टीम इंडिया तीन अलग-अलग कप्तानों (Different Captains) के साथ मैदान में उतर चुकी है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में केएल राहुल भारतीय टीम के कप्तान हैं। विराट कोहली की पीठ में समस्या होने के बाद राहुल को टीम इंडिया की कमान सौंपी गई। टी-20 वर्ल्डकप के बाद भारत ने 4 चार टेस्ट खेले और इस दौरान तीन खिलाड़ियों ने भारत की कप्तानी की। महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद से विराट ही भारत के कप्तान बने हुए हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में भी भारत ने दोनों मैच अलग-अलग कप्तानों के साथ खेले थे। अब अफ्रीका के खिलाफ भी ऐसा हुआ। इस दौरान विराट अलग-अलग कारणों के चलते टीम से बाहर हुए। वहीं, रहाणे के खराब परफॉर्मेंस के बाद उन्हें टीम के वाइस कैप्टन पद से हटा दिया गया।
पिछले 4 मैचों में रहाणे, विराट और राहुल ने की कप्तानी
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में अजिंक्य रहाणे भारत के कप्तान थे, क्योंकि विराट ने टी-20 वर्ल्डकप के बाद ब्रेक लिया था। इसके बाद दूसरे मैच में विराट लौटे और टीम की कप्तानी की। अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में भी विराट ही भारत के कप्तान थे, लेकिन दूसरे मैच से पहले उन्हें पीठ में समस्या हुई और उनकी जगह लोकेश राहुल इस मैच में भारत की कप्तानी कर रहे हैं।
टेस्ट में वाइस कैप्टेंसी का ड्रामा
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में रहाणे भारत के वाइस कैप्टन थे और विराट के ना रहने पर टीम की कमान भी संभाली थी। वे लंबे समय से ये जिम्मेदारी निभाते रहे थे। हालांकि, खराब फॉर्म के चलते उनसे ये जिम्मेदारी छीन ली गई और उनकी जगह रोहित शर्मा को टेस्ट टीम का वाइस कैप्टन बनाया गया। वाइस कैप्टन बनने के बाद रोहित पहला टेस्ट खेलने से पूर्व ही चोटिल हो गए और राहुल को जिम्मेदारी दी गई। अब विराट के टीम से बाहर जाने पर राहुल भारत की कप्तानी भी कर रहे हैं।
2005 में भी हुआ था ऐसा
2005 में भी भारतीय टीम ने चार मैचों के अंदर तीन कप्तान बदले थे। उस समय सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग ने भारत की कप्तानी की थी। सितंबर 2005 में गांगुली कैप्टन थे और जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में टीम की कप्तानी भी की थी। इसके बाद दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में द्रविड़ दो मैचों में कैप्टन थे। तीसरे मैच में वो भी उपलब्ध नहीं थे और सहवाग ने भारत की कप्तानी की थी।