टोक्यो. ओलंपिक में कुश्ती के लिहाज से 4 अगस्त का दिन भारत के लिए शानदार रहा। फ्रीस्टाइल पहलवान रवि कुमार दहिया ने पुरुषों के 57 किग्रा कैटेगरी में फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया। रवि का मेडल पक्का हो गया है। सेमीफाइनल मुकाबले में रवि को कजाखस्तान का खिलाड़ी नूरीस्लाम सनायेव काफी देर तक दांत से कांटता रहा, लेकिन दर्द सहन कर अंत तक डटे रहे और फाइनल में जगह बना ली। ये फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
ये कैसी खेलभावना?
सेमीफाइनल मुकाबले में कजाख पहलवान की तरफ से खेल भावना नदारद दिखी। दहिया, कजाखस्तान के सनायेव के खिलाफ जब 7-9 से पीछे चल रहे थे, तभी उन्होंने विक्ट्री बाई फॉल के जरिए अपनी जीत पक्की कर ली। इस दौरान सनायेव, रवि को अपने ऊपर से हटाने के लिए लगातार उनके हाथ को काटता रहा, लेकिन रवि ने पकड़ ढीली नहीं की। दहिया ने इससे पहले दोनों मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते थे।
सहवाग ने भी जताई नाराजगी
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस घटना पर निराशा जताते हुए कहा कि यह कितना गलत है, लेकिन इससे विपक्षी खिलाड़ी हमारे रवि के जोश को दबा नहीं सका। शर्मनाक कजाखस्तान के हारे हुए नूरीस्लाम सनायेव। गजब रवि, आपने कुश्ती में सीना चौड़ा कर दिया।
खेल में काटने की घटनाएं नई नहीं हैं
28 जून 1997 को वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप के मैच में माइक टाइसन ने अपने प्रतिद्वंद्वी इवेंडर होलीफील्ड का कान काट लिया था। टाइसन को इस गलती के मैच से तो सस्पेंड किया गया, उनके बॉक्सिंग करने पर भी बैन लग गया था। 2014 के फुटबॉल वर्ल्ड कप में उरुग्वे के लुई सुआरेज ने इटली के खिलाड़ी जॉर्जियो चीलनी का कान काट लिया था।