टोक्यो. ओलंपिक का आज 12वां दिन है। पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में बेल्जियम ने भारत से 5-2 से हरा दिया। मैच की शुरुआत में ही बेल्जियम ने बढ़त ले ली थी। इसके बाद भारत ने वापसी करते हुए 7वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला। हरमनप्रीत ने ड्रैग फ्लिक लिया और भारत के लिए गोल दागा। इसके बाद मंदीप सिंह ने 8वें मिनट में शानदार बैकहैंड शॉट से फील्ड गोल किया। हालांकि, 19वें मिनट में बेल्जियम ने फिर पलड़ा बराबर कर दिया। 49वें मिनट में बेल्जियम ने फिर लीड ले ली। इसके बाद बेल्जियम टीम ने दो गोल और दाग दिए। अब भारत के पास ब्रॉन्ज जीतने का मौका है।
भारत के पास 41 साल बाद मेडल जीतने का मौका था
टीम इंडिया के पास 41 साल बाद मेडल जीतने का मौका है। भारत अगर ये मैच जीत जीतता तो उसका मेडल पक्का हो जाता। टीम इंडिया ने आखिरी बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। तब उसने फाइनल में स्पेन को 4-3 से हराया था। उस वक्त वासुदेवन भास्करन भारतीय टीम के कप्तान थे।
बेल्जियम से पिछली 2 हार का बदला लेने का मौका चूके
बेल्जियम ने भारतीय हॉकी टीम को 2012 लंदन ओलिंपिक में पूल स्टेज में 3-0 से मात दी थी। वहीं 2016 रियो ओलिंपिक में क्वार्टर फाइनल में 3-1 से हराया था।
रेसलिंग में भी निराशा, पर उम्मीद कायम
62 किलोग्राम कैटेगरी के फ्रीस्टाइल में सोनम मलिक को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, सोनम अब भी मेडल की रेस में बनी हुई हैं। अगर मंगोलिया की बोलोरतुया फाइनल में पहुंच जाती हैं तो सोनम को रेपेचेज राउंड खेलने का मौका मिलेगा। इसमें वे ब्रॉन्ज मेडल जीत सकती है।