टोक्यो. ओलंपिक का आज 14वां दिन है। महिला हॉकी में ब्रॉन्ज के लिए भारतीय टीम ब्रिटेन से 4-3 से मुकाबला हार गई। दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर हुई। ब्रिटेन ने पहले दो गोल की बढ़त बनाई थी, लेकिन भारत ने जबर्दस्त वापसी करते हुए दो गोल कर बराबरी कर ली। ये दोनों गोल गुरजीत ने 25वें और 26वें मिनट में किए। इसके बाद 29वें मिनट में वंदना कटारिया ने एक और गोल कर भारत को बढ़त दिला दी। बाद में ब्रिटेन ने एक गोल कर मैच को बराबरी पर ला दिया है। इस बीच ब्रिटेन ने एक और गोल कर 4-3 की लीड ले ली। अगर भारतीय लड़कियां भी जीत हासिल कर लेतीं तो ऐसा पहली बार होता, जब एक ओलंपिक में भारत को हॉकी से दो मेडल मिलते। भारत के फिलहाल 5 पदक हैं, जिनमें 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज हैं।
5 अगस्त को पुरुष हॉकी में रचा इतिहास
5 अगस्त को ओलंपिक में पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से मात देकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। भारत ने हॉकी में 40 साल बाद मेडल जीता। इससे पहले 1980 में मॉस्को ओलंपिक में भारत ने गोल्ड जीता था।
2016 में ब्रिटेन ने गोल्ड जीता था
ब्रिटेन ने 2016 रियो ओलंपिक में महिला हॉकी का गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, ब्रिटेन ने 1992 के बार्सिलोना और 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। अगर रैंकिंग के लिहाज से दोनों टीमों की तुलना की जाए तो भारतीय टीम काफी पीछे है। ब्रिटेन वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर है। वहीं, भारत 9वें स्थान पर है।