टोक्यो. ओलंपिक का आज 16वां दिन है। भारतीय गोल्फर अदिति अशोक मेडल से चूक गईं। उन्होंने 1 स्ट्रोक से मेडल मिस किया। कुल 4 दिन में होने वाले 4 राउंड में से 3 राउंड तक वे दूसरे स्थान पर रही थीं। पहले स्थान पर अमेरिका की नेली कोर्दा रहीं। चौथे राउंड का खेल बारिश से प्रभावित हुआ था। रियो ओलंपिक में वे 41वें स्थान पर रही थीं।
पहली बार नंबर वन पर पहुंची थीं
अदिति दूसरा बर्डी लगाकर न्यूजीलैंड की लीडिया के साथ दूसरे स्थान पर बरकरार रहीं। उसके बाद वह पहली बार इस टूर्नामेंट में अमेरिका की कोर्दा के साथ नंबर एक पर पहुंच गईं, हालांकि वह ज्याादा देर तक कोर्दा के साथ पहले स्थान पर कायम नहीं रह सकीं और खिसक कर एक तीसरे स्थान पर पहुंच गईं।
बेंगलुरु की रहने वाली हैं
बेंगलुरु में 29 मार्च 1998 को जन्मीं अदिति अशोक ने 5 साल की उम्र से ही गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। अदिति को परिवार से जबर्दस्त सपोर्ट है। आमतौर पर उनकी मम्मी या पापा ही कैडी की भूमिका निभाते हैं। गोल्फ में गोल्फर का किट बैग जो शख्स संभालता है, उसे कैडी कहते हैं। ओलंपिक में अदिति मां के साथ गई हैं।
अदिति के लिए कई संभावनाएं
अदिति पहली भारतीय महिला गोल्फर हैं, जिन्होंने एशियन यूथ गेम्स (2013), यूथ ओलंपिक गेम्स (2014), एशियन गेम्स (2014) में हिस्सा लिया। वे लल्ला आइचा टूर स्कूल का टाइटल जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय भी हैं। इस जीत की वजह से उन्हें 2016 सीजन के लिए लेडीज यूरोपियन टूर कार्ड के लिए एंट्री मिली थी। 2017 में वे भारत की पहली महिला प्रोफेशनल गोल्फर बनी थीं।