बधाई पुनिया: कभी खाली हाथ नहीं लौटा बजरंग, पिता की बात हुई सच, बोले- सपना पूरा हुआ

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बधाई पुनिया: कभी खाली हाथ नहीं लौटा बजरंग, पिता की बात हुई सच, बोले- सपना पूरा हुआ

टोक्यो. बजरंग पुनिया ने फ्री स्टाइल कुश्ती के 65 किलोग्राम वर्ग में कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हरा दिया। पुनिया ने कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। बजरंग की जीत के साथ भारत ने टोक्यो में अपना छठा मेडल जीतकर लंदन ओलंपिक में जीते मेडल की भी बराबरी कर ली। भारत ने सबसे सफल रहे 2012 लंदन ओलंपिक में 6 मेडल जीते थे। बजरंग पुनिया की जीत से पूरे देश में खुशी की लहर है। शनिवार को बजरंग के पिता बलवान सिंह ने मैच से पहले बेटे से बात की थी। उन्होंने कहा था, ''मैंने बजरंग से सुबह बात की और उसका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि बेटा तू हारा नहीं है...जीत रहा है। हम तो इसे ही गोल्ड मेडल मान रहे हैं। आज पदक पक्का है क्योंकि जब भी वो (बजरंग) लड़ा है तो खाली हाथ नहीं आया। जीत के बाद पिता ने कहा- मैं खुशी बयान नहीं कर सकता, मेरे बेटे ने मेरा सपना पूरा कर दिया।

बजरंग पुनिया कांस्य पदक