REWARI. भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में रेसलर्स की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई। उसके अगले दिन पहलवानों ने जॉब पर जाने का ऐलान कर दिया। जिससे एक तरफ जहां खाप महापंचायत और किसान नाराज हो गए वहीं देशभर में एक ऐसा संदेश चला गया कि पहलवानों की सरकार से कोई सेटिंग हो गई। अब इन सब सवालों में कुछ का जवाब रेसलर बजरंग पूनिया ने दिया है। उन्होंने कहा कि अमित शाह से बैठक में हम लोगों को कहा गया कि मीटिंग के बारे में बाहर बात नहीं करनी है। सरकार की तरफ से ये बातें हमें बोली गई थी। बजरंग ने यह भी कहा कि हमारी गृहमंत्री के साथ कोई सेटिंग नहीं हुई है। हमारा धरना जारी रहेगा।
बजरंग ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि हमारी गृहमंत्री के साथ कोई सेटिंग नहीं हुई है। हमारा धरना जारी रहेगा। हमने उनसे पूछा कि बृजभूषण की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? इस पर गृहमंत्री ने कहा था कि जांच चल रही है।
पहलवानों के जॉब पर जाने से खाप-किसान नाराज
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच रेसलर्स विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक के रेलवे में नौकरी जॉइन करने से किसान और खाप नेता नाराज हो गए हैं। ये लोग कुरुक्षेत्र में महापंचायत करने वाले थे।
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महापंचायत ने दिया था अल्टीमेटम
अब इन्होंने 9 जून को जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को टाल दिया है। इन किसान नेताओं ने कुरुक्षेत्र की महापंचायत में अल्टीमेटम दिया था कि 9 जून तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे जंतर-मंतर पर पहलवानों का फिर से प्रदर्शन शुरू कराकर आएंगे। पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने रेसलर्स को जंतर-मंतर से हटा दिया था।
किसानों नेताओं ने हैरानी जताई, कहा- समझौते पर हम कुछ नहीं कर सकते
- भारतीय किसान यूनियन (BKU ) के नरेश टिकैत ने रेसलर्स के नौकरी पर लौटने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा, 'गृहमंत्री अमित शाह और पहलवानों के बीच क्या समझौता हुआ, मैं नहीं जानता, अगर उन्होंने खुद समझौते का फैसला ले लिया है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।'
शाह से मुलाकात के बाद बृजभूषण की जांच तेज
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग के बाद दिल्ली पुलिस की जांच तेज हो गई है। रविवार (4 जून) की रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने उनके घर विश्नोहरपुर पहुंचकर 12 करीबियों के बयान दर्ज किए। जिनमें बृजभूषण ड्राइवर, सुरक्षाकर्मी, माली और नौकर भी शामिल हैं। SIT इस मामले में अभी तक 137 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।