स्पोर्ट्स डेस्क. इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर ने स्पॉट फिक्सिंग को लेकर एक बड़ा राज खोला है। उन्होंने ट्विटर पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर बताया है कि एक भारतीय बिजनसमैन ने साल 2019 में उन्हें स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए बहुत ब्लैकमेल किया। उन्होंने यह भी बताया कि इस पूरे मामले को वे ICC एंटी करप्शन यूनिट से भी शेयर कर चुके हैं।
साल 2019 में ब्रेंडन टेलर ने भारत का दौरा किया था। वे जिम्बाब्वे में नई टी-20 लीग को लॉन्च करने से जुड़ी बातचीत करने के लिए एक भारतीय बिजनसमैन के संपर्क में आए थे। इस बात का जिक्र करते हुए ब्रेंडर टेलर लिखते हैं, 'उस शाम हमने शराब पी और इस बीच उन्होंने मुझे खुले तौर पर कोकीन की पेशकश की। मैंने मुर्खता में कोकीन ले ली। अगली सुबह, वही शख्स मेरे होटल के कमरे में घुस गया और मुझे मेरा ड्रग्स लेते हुए वीडियो दिखाते हुए कहा कि अगर मैंने उनके लिए इंटरनेशनल मैचों में स्पॉट फिक्स नहीं की तो वीडियो वायरल कर देंगे।
To my family, friends and supporters. Here is my full statement. Thank you! pic.twitter.com/sVCckD4PMV
— Brendan Taylor (@BrendanTaylor86) January 24, 2022
टेलर ने लिखा कि उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए एडवांस 15,000 डॉलर दिए गए थे और कहा गया था कि काम पूरा होने पर 20 हजार डॉलर और दिए जाएंगे। ब्रेंडन टेलर लिखते हैं, 'मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि मैं मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं रहा। मैं कुछ भी हो सकता हूं, लेकिन मैं धोखेबाज नहीं हूं।'
ब्रैंडन टेलर ने इस दुख वाले वक्त में साथ देने के लिए अपने परिवार का शुक्रिया अदा किया है। लेकिन 25 जनवरी से वह रिहैबिलेशन में जा रहे हैं, ताकि ड्रग्स की लत से बाहर आ सकें और जो हालात बिगड़े हैं उन्हें सुधारकर ज़िंदगी को फिर पटरी पर ला सकें।