Melbourne. ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी एरॉन फिंच ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ऐलान कर दिया है। इससे पहले ही वे वनडे क्रिकेट से भी संन्यास ले चुके हैं। पिछले साल सितंबर में उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान किया था। इस समय ऑस्ट्रेलिया, भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलने जा रहा है। उससे ठीक पहले फिंच के संन्यास ने सभी को हैरान कर दिया। उनके नेतृ्त्व में कंगारू टीम साल 2021 में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीती थी। एरोन फिंच ने 76 टी20 और 55 वनडे मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी की थी।
ये रिटायरमेंट का सही समय
रिटायरमेंट को लेकर फिंच ने स्टेटमेंट में कहा कि मुझे इस बात का अहसास है कि मैं अब 2024 का टी20 वर्ल्ड कप नहीं खेल पाऊंगा। ऐसे में ये रिटायरमेंट लेने का सही समय है, ताकि टीम अपनी आगे की रणनीति पर काम कर सके। मैं अपने परिवार, पत्नी, टीम, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर्स का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने पूरे करियर के दौरान सपोर्ट किया। उन फैन्स को भी दिल से शुक्रिया जिन्होंने लगातार अपना सपोर्ट बनाए रखा। 2021 में टी20 वर्ल्ड कप जीतना और 2015 में वनडे वर्ल्ड कप जीतना मेरे करियर की सबसे खास यादें रहने वाली हैं। इन 12 सालों में अपने देश के लिए खेलना, कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों का सामना करना, ये वो सम्मान है जो हर कोई चाहता है।
फिंच का करियर
फिंच ने अपने करियर में 5 टेस्ट, 146 वनडे और 103 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। वे इकलौते ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं जिन्होंने 76 टी20 इंटरनेशनल में टीम की कप्तानी की। उन्होंने अपने 103 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 34.28 की औसत से रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 142.5 रहा। 2018 में उन्होंने हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ 76 बॉलों में 172 रन बनाकर रिकॉर्ड बनाया था। उनकी इस लाजवाब पारी में 10 छक्के और 16 चौके शामिल थे। ये टी-20 में सबसे बड़ा निजी स्कोर था। वहीं, 2013 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साउथेम्प्टन में 63 गेंदों में 156 रन बनाए थे। यह उस समय टी20 की सबसे बड़ी पारी थी। 2020 में फिंच पुरुषों में टी20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी बने थे।