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INDORE. इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मैच के तीसरे दिन आज (10 फरवरी) गत चैंपियन मध्यप्रदेश की पहली पारी 170 रन पर सिमट गई। जबकि बंगाल ने पहली पारी में 438 रन बनाए थे। यानी बंगाल ने पहली पारी में 268 रन की बढ़त ले ली थी। दूसरी पारी में बंगाल ने तीसरे दिन की खेल समाप्ति के समय दो विकेट के नुकसान पर 59 रन बना लिए हैं। इस हिसाब से बंगाल ने अब तक कुल 337 रन की बढ़त ले ली है।
एमपी के 7 बल्लेबाज सस्ते में आउट
एमपी ने दूसरे दिन के स्कोर 56/2 रन से आगे खेलते हुए तीसरे दिन सिर्फ सारांश जैन (65) ने अर्धशतक पूरा किया और शुभम शर्मा (44) नाबाद रहे। इनके अलावा रजत पाटीदार, कुमार कार्तिकेय और आवेश खान बिना खाता खोले पेवैलियन लौटे। जबकि अनुभव अग्रवाल (5), आदित्य श्रीवास्तव (7), वेंकटश अय्यर (7) और गौरव यादव (1) भी सस्ते में आउट हो गए। पूरी टीम 79 ओवर में मात्र 170 रन पर सिमट गई। बंगाल के लिए आकाशदीप (18-3-42-5) सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए। आकाश ने रजत पाटीदार और कप्तान आदित्य को भी अपना शिकार बनाया। शहबाज अहमद को दो और मुकेश कुमार और ईशान पारेल ने एक-एक विकेट लिया। जबाव में बंगाल ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 59 रन बना लिए हैं। पहली पारी में शतक बनाने वाले सुदीप कुमार (12) और अंस्तुप माजुमदार (9) नाबाद हैं।
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कोच पंडित की रणनीति पर सबकी नजर
बैकफुट पर पहुंची एमपी टीम उलटफेर करने में माहिर है। पिछले और वर्तमान रणजी सीजन में कई मैच पहली पारी में पिछड़ने के बाद जीते हैं। कोच चंद्रकांत पंडित की रणनीति पर सबकी नजरें हैं। सबको उम्मीद है वे अपने लड़कों से कोई बड़ा चमत्कार जरूर कराएंगे। यूं भी कह सकते हैं कि एमपी को चमत्कार की दरकार है। अभी मैच में पूरे दो दिन शेष हैं। एमपी को बंगाल को जल्छ आउट कर जीत के लिए रन बनाने होंगे। टास्क बेहद मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है। एमपी के पास ऐसे बल्लेबाज हैं। जो करिश्मा कर सकते हैं। हालांकि बंगाल टीम अनुभवी खिलाड़ियों से भरी है। उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है। अब यदि मैच ड्रॉ रहता है तो एमपी फाइनल में पहुंचने से वंचित रह जाएगी।