दिल्ली में धरने पर बैठे 7 पहलवान SC पहुंचे, बृजभूषण पर FIR करने की मांग, कहा- इंसाफ नहीं मिलने तक यहीं खाएंगे, यहीं सोएंगे

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Atul Tiwari
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दिल्ली में धरने पर बैठे 7 पहलवान SC पहुंचे, बृजभूषण पर FIR करने की मांग, कहा- इंसाफ नहीं मिलने तक यहीं खाएंगे, यहीं सोएंगे

NEW DELHI. दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के दिग्गज पहलवानों के प्रदर्शन का आज यानी 24 अप्रैल को दूसरा दिन है। 7 पहलवानों ने महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस थाने में यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई है। इस साल की शुरुआत में भी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) और अन्य ट्रेनर्स के खिलाफ विरोध किया था।



इस बीच विनेश फोगाट समेत 7 पहलवान सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। इन्होंने कोर्ट से बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। पहलवानों ने हरियाणा की खाप पंचायतों से भी समर्थन मांगा। उन्होंने खापों से माफी मांगते हुए कहा, 'पिछली बार हमसे भूल हो गई थी। हमारे साथ राजनीति हुई। हमें झांसे में ले लिया गया था। आज हमें आप सभी की बहुत जरूरत है। हमारा साथ दीजिए।' बजरंग पूनिया ने कहा था कि इस मंच पर सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है। हालांकि, जनवरी में प्रदर्शन के दौरान मंच पर किसी भी राजनीतिक दल को परमिशन नहीं दी थी। 



वहीं, विनेश फोगट ने कहा, 'बार-बार कोशिश करने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आ रहा। हम न्याय मिलने तक यहीं खाएंगे और सोएंगे। हम 3 महीने से खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और अन्य संबंधित प्राधिकरण से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। समिति के सदस्य हमें जवाब नहीं दे रहे हैं, खेल मंत्रालय ने भी हमें कुछ नहीं कहा, वे हमारा फोन भी नहीं उठाते। हमने देश के लिए मेडल जीते हैं और अब अपना करियर दांव पर लगा दिया है।



विनेश फोगाट के तीखे तेवर




— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) April 23, 2023



फिलहाल कुश्ती संघ के चुनावों पर रोक लगी



खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव पर रोक लगा दी है. ये चुनाव अगले महीने वाले थे। खेल मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) एक एडहॉक कमेटी बनाएगा। यही कमेटी 45 दिनों के अंदर कुश्ती महासंघ का चुनाव करवाएगी। आईओए की कमेटी ही खिलाड़ियों का सिलेक्शन भी करेगी और फेडरेशन का रोज का कामकाज भी देखेगी।



क्या बोले कमेटी के मेंबर योगेश्वर दत्त?



महिला रेसलर्स के लगाए आरोपों की जांच के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्य और ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि पुलिस अपनी प्रक्रिया के मुताबिक ही एक्शन लेगी। पहलवानों का न्याय मिलना चाहिए। कमेटी ने मंत्रालय को रिपोर्ट दे दी है, अब कोर्ट की जिम्मेदारी है कि वह दोषी को सजा दे।




— ANI (@ANI) April 23, 2023



इससे पहले क्या हुआ था?



इस साल जनवरी में भी पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना दिया था। खेल मंत्रालय ने 23 जनवरी को बॉक्सर एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था और एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था। बाद में, रिपोर्ट सौंपने की समय सीमा दो हफ्ते बढ़ा दी गई और प्रदर्शनकारी पहलवानों की अपील पर पूर्व रेसलर बबीता फोगाट को जांच पैनल में छठे सदस्य के रूप में शामिल किया गया। समिति ने अप्रैल के पहले हफ्ते में रिपोर्ट दे दी, लेकिन मंत्रालय ने अभी तक किसी नतीजे को सार्वजनिक नहीं किया है। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि पहलवान कई सुनवाई के बाद कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को साबित नहीं कर सके। 



पहलवानों ने दी थी पुलिस के पास जाने की धमकी 



पहलवानों ने पहले कहा था कि वे कानूनी रास्ता नहीं अपनाना चाहते, क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री पर भरोसा है। पहलवानों चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो वे पुलिस के पास जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा कि वे ओलंपियन बबीता फोगट (बीजेपी विधायक और हरियाणा सरकार का हिस्सा) की मध्यस्थता से खेल मंत्रालय में बातचीत से संतुष्ट नहीं हैं। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस मुद्दे पर पहलवानों से मुलाकात की थी और आरोपों को गंभीर बताया था।


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