NEW DELHI. भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) में दंगल मचा हुआ है। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 रेसलर्स WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर 18 जनवरी से धरने पर बैठे हैं। महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और कई कोचों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। विवाद बढ़ता देख खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले को लेकर पहलवानों को मिलने के लिए बुलाया, बैठक लंबी चली, लेकिन मुलाकात बेनतीजा रही। इस बीच, बृजभूषण ने इस्तीफे की बात से इनकार कर दिया है। वे आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं। वहीं, धरने में हरियाणा की खाप पंचायतें भी पहुंच सकती हैं। 19 जनवरी को फोगाट खाप के आह्वान पर सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत हुई। इसमें तय किया गया कि अगर पहलवानों की मांगें नहीं मानी गईं तो दो दिन में खाप पंचायतें धरने में शामिल होंगी।
खबरों के मुताबिक, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ को तुरंत भंग करने की मांग को नहीं माना। पहलवानों का प्रतिनिधिमंडल 19 जनवरी की रात 1.45 बजे अनुराग ठाकुर के घर से निकला और बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से बात नहीं की। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, रवि दहिया, साक्षी मलिक और वर्ल्ड चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगट बैठक में शामिल हुए थे। जानकारी के मुताबिक, पहलवान आज 20 जनवरी को फिर से अनुराग ठाकुर से मिलेंगे। उधर, खेल मंत्रालय बृजभूषण शरण सिंह को तब तक इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता, जब तक कि उसे WFI से लिखित जवाब नहीं मिल जाता।
Delhi | Sakshee Malikkh, Bajrang Punia, Vinesh Phogat, Ravi Dahiya and other wrestlers leave from the residence of Union Sports Minister Anurag Thakur
They met the minister in connection with their protest and allegations against Wrestling Federation of India (WFI) pic.twitter.com/e4L3CYW38x
— ANI (@ANI) January 19, 2023
पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के इस्तीफे पर अड़े हैं
सूत्रों के मुताबिक, सरकार चाहती है कि पहलवान अपना विरोध खत्म करें। एथलीट इस बात पर अड़े हैं कि पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को हटाया जाए। पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सरकार अन्य मुद्दों को बाद में सुलझा सकती है। हम इसके साथ ठीक हैं, लेकिन पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाना चाहिए। इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर आरोप सही साबित हुए तो मैं फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं। इस घटनाक्रम के बाद खेल मंत्रालय ने 18 जनवरी की रात ही कुश्ती महासंघ को स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए और 72 घंटे के अंदर जवाब देने के लिए कहा। लखनऊ में 18 जनवरी से होने वाले कैंप को रद्द कर दिया गया। दिल्ली महिला आयोग ने भी मामले में संज्ञान लिया और खेल मंत्रालय को नोटिस भेजा।