INDORE. यहां बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मैच में भारत की शर्मनाक हार हुई है। ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में टीम इंडिया को 9 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही उसने सीरीज में वापसी कर ली है। भारत पहले दोनों टेस्ट में जीत हासिल की थी। टीम इंडिया अभी भी 2-1 से आगे है। ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में जीत के लिए 76 रनों का टारगेट मिला था। उसने मैच के तीसरे दिन (3 मार्च) को 78 रन बनाकर मुकाबले को अपने नाम कर लिया। दोनों देशों के बीच अब चौथा टेस्ट 9 मार्च से अहमदाबाद में खेला जाएगा।
भारत ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी थी और पहली पारी में 109 रन पर ही पूरी टीम ढेर हो गई थी। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने फर्स्ट इनिंग में 197 रन बनाए थे। उसे 88 रनों की बढ़त मिली थी। इसके बाद भारतीय टीम दूसरी पारी में 163 रन पर ऑलआउट हो गई। उसने 75 रन की बढ़त बनाई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को 76 रन का टारगेट मिला था। जवाब में कंगारू टीम ने तीसरे दिन (3 मार्च को) 18.5 ओवर में एक विकेट पर 78 रन बनाकर मैच जीत लिया।
दूसरे दिन गिरे 16 विकेट, भारत की दूसरी पारी सस्ते में सिमटी
गुरुवार (2 मार्च) को दूसरे दिन के खेल में ऑस्ट्रेलिया ने 156/4 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया। 186 तक टीम के 4 ही विकेट थे, लेकिन 197 तक पूरी टीम ऑलआउट हो गई। भारत ने 2 सेशन बैटिंग की और 163 रन के स्कोर पर पूरी टीम पवेलियन लौट गई। चेतेश्वर पुजारा ने सबसे ज्यादा 59 रन बनाए, वहीं श्रेयस अय्यर 26, रविचंद्रन अश्विन 16, विराट कोहली 13 और रोहित शर्मा 12 रन ही बना सके। ऑस्ट्रेलिया से नाथन लियोन ने सबसे ज्यादा 8 विकेट लिए।
जब टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया तो फैंस को उम्मीद जगी कि उनकी टीम बड़ा स्कोर बनाएगी, लेकिन सपने फना हो गए। भारत दोनों पारियों को मिलाकर 300 रन भी नहीं बना पाया। टीम इंडिया की हार की 5 वजहें...
1. टॉप ऑर्डर फ्लॉप
भारतीय बैटर इस पूरे मैच में रन बनाने के लिए जूझते रहे। विराट कोहली, शुभमन गिल और कप्तान रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों का बुरा हाल रहा। पिछले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन कर रहे रोहित शर्मा से कुछ ज्यादा ही उम्मीद थीं, लेकिन वे दोनों पारियों में नाकाम रहे।
2. नाथन लियोन का खौफ
मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लियोन को लेकर भी काफी बातें कही जा रही थीं। इस मुकाबले में यह देखने को भी मिला और लियोन ने टीम इंडिया को बिखेर दिया। लियोन ने पहली पारी में सिर्फ तीन विकेट लिए थे, लेकिन दूसरे पारी में उनका खौफ भारतीय बल्लेबाजों पर दिखा और उन्होंने 8 खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई। लायन ने मैच में 11 विकेट हासिल किए और प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
3. पिच का अहम रोल
टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन में पिच का भी अहम रोल रहा। पहले ही दिन से पिच पर काफी टर्न मिल रहा था और बल्लेबाज बेबस दिखे। हालांकि, पिच ऐसी भी नहीं थी कि बैटिंग ना की जा सके। उस्मान ख्वाजा, चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाजों ने हाफ सेंचुरी बनाई।
4. जडेजा-अश्विन और अक्षर बल्ले से नाकाम
नागपुर और दिल्ली टेस्ट मैच में इन तीनों खिलाड़ियों ने अच्छी बैटिंग करके भारत को संकट से उबारने में मदद की थी, लेकिन इस मुकाबले में बल्ले से कमाल नहीं पाए। अश्विन और जडेजा ने बॉल से जरूर कमाल दिखाया और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 197 रनों पर समेटने में अहम रोल निभाया।
5. ओवर कॉन्फिडेंस
भारतीय टीम ने दिल्ली और नागपुर में खेले गए टेस्ट मैच में धमाकेदार जीत हासिल की थी और खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर था। ऐसे में ज्यादा आत्मविश्वास भी खिलाड़ियों को ले डूबा। अब भारत 9 मार्च से शुरू हो रहे आखिरी टेस्ट को जीतकर सीरीज पर कब्जा करना चाहेगी।