स्पोर्ट्स डेस्क. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और आखिरी टेस्ट अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। चौथे टेस्ट के लिए तैयार की जा रही पिच पर घास नजर आ रही है। इस पर लगातार 2 दिनों से पानी डाला जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इस टेस्ट में स्पिन ट्रैक नहीं बनाया जाएगा। पिच तेज गेंदबाजों को मदद करेगी।
पिछले 3 टेस्ट 3 दिन में ही हुए खत्म
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पिछले 3 टेस्ट 3 दिन में ही खत्म हो गए। तीनों टेस्ट की पिच सूखी थीं। स्पिनर्स को ज्यादा मदद मिली। अहमदाबाद में पिच पर घास होगी तो स्पिनर्स से ज्यादा तेज गेंदबाज हावी होंगे। पिच जल्दी नहीं टूटेगी तो मैच पांचों दिन चलेगा।
पिच पर हल्की और ज्यादा घास
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पिच पर 75 प्रतिशत हिस्से में हल्की और 25 प्रतिशत हिस्से में ज्यादा घास नजर आ रही है। पिच पर घास होने से तेज गेंदबाजों को स्विंग मिलती है और गति मिलती है। पहले 2 दिन तो स्पिनर्स को टर्न नहीं मिलेगा।
तीसरे दिन से टूटेगी पिच
पिच पर घास होने से टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करके बड़ा स्कोर खड़ा करना चाहती है। पहले दिन तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है, वहीं गेंद बैट पर सही तरीके से आने से बल्लेबाज भी हावी रहते हैं। 2 दिनों तक स्पिनर्स के लिए पिच में कुछ नहीं रहता है। तीसरे दिन से पिच टूटना शुरू हो जाती है। इसके बाद स्पिनर्स गेम में आ जाते हैं। तीसरे, चौथे और पांचवें दिन पिच स्पिनर्स को मदद करती है। बल्लेबाजों के लिए टर्न करती गेंदों को खेलना मुश्किल होता है।
2 में से किस पिच पर होगा टेस्ट?
अहमदाबाद स्टेडियम में 2 पिचों को तैयार किया जा रहा है। एक पिच पर खास है और उस पर लगातार पानी डाला जा रहा है। वहीं, दूसरी पिच पर कम खास है और वो हल्की सूखी नजर आ रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जिस पिच पर लगातार पानी डाला जा रहा है, टेस्ट उसी पिच पर खेला जाएगा।
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'दुनियाभर की पिच बल्लेबाजों के लिए मुश्किल'
चौथे टेस्ट से पहले टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि पिच ठीक दिख रही है। पूरी सीरीज में खेल से ज्यादा पिच पर बातें हुईं। पिच जैसी भी मिले, हमें उन पर खेलना सीखना होगा। बल्लेबाजों के लिए भारत में पिच चैलेंजिंग रहीं, लेकिन ऐसा सिर्फ यहां नहीं दुनियाभर में हो रहा है। दुनियाभर में टेस्ट की पिचें बल्लेबाजों के लिए मुश्किल ही होती हैं, ऐसे में पिच पर बातें कम हो तो बेहतर होगा।