स्पोर्ट्स डेस्क. विम्बलडन से भारत के लिए अच्छी खबर आई है। टूर्नामेंट के डबल्स मुकाबले में भारत के रोहन बोपन्ना सेमीफाइल में पहुंच गए हैं। बोपन्ना ने अपने ऑस्ट्रेलिया पार्टनर मैथ्यू एब्डेन के साथ टूर्नामेंट के अपना शानदार सफर जारी रखा है। बोपन्ना-मैथ्यू की जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में टालोन ग्रिक्सपुर और बार्ट स्टीवंस को कड़े संघर्ष में 6-7, 7-5, 6-2 से परास्त किया। इस तरह रोहन बोपन्ना विम्बलडन के खिताब के काफी पास पहुंच गए हैं। यानी एक और जीत से उनका पदक पक्का हो जाएगा।
बोपन्ना तीसरी बार पहुंचे सेमीफाइनल में
बोपन्ना तीसरी बार विम्बलडन के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। 43 साल के बोपन्ना इससे पहले 2015 में विम्बलडन के अंतिम चार में पहुंचे थे। 2010 के अमेरिकी ओपन के उपविजेता बोपन्ना ने पुरुष युगल के चार ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल में जगह बनाई है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी को अब फाइनल में पहुंचने के लिए शीर्ष वरीयता प्राप्त नीदरलैंड और ब्रिटिश खिलाड़ी की जोड़ी वेस्ले कूलहोफ और नील स्कूपस्की की चुनौती से पार पाना होगा।
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पहला सेट हारने के बाद बोपन्ना की जोड़ी ने की वापसी
बोपन्ना और एब्डन की जोड़ी ने एक घंटे और 54 मिनट तक चले मुकाबले में पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी की। पहले सेट को टाई ब्रेक में गंवाने के बाद इस जोड़ी ने दूसरे सेट को टाई ब्रेक में जीता। दूसरे सेट को जीतने के बाद आत्मविश्वास से भरे भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों की जोड़ी ने निर्णायक सेट में प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया।
कार्लोस अल्कराज पहली बार विम्बलडन सेमीफाइनल में
पुरुषों के सिंगल्स में कार्लोस अल्कराज पहली बार विम्बलडन सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। वह इस बार खिताब जीतने के प्रबल दावेदार हैं। अल्कराज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 65 साल के ऑल इंग्लैंड क्लब (विम्बलडन) सेमीफाइनल में पहुंचने के किसी डेनिश खिलाड़ी होल्गर रूने (Holger Rune) के सपने को तोड़ दिया।
अगर होल्गर जीतते और सेमीफाइनल में होते तो वह ऐसा करने वाले पहले डेनिश खिलाड़ी बन जाते। कार्लोस अल्कराज ने 7-6(3) 6-4 6-4 से जीत दर्ज की। कार्लोस की अब सेमीफाइनल में डेनियल मेदवेदेव (Daniil medvedev) से भिड़ंत होगी।