स्पोर्ट्स डेस्क. चेन्नई में खेली जा रही एशियन चैंपियंस ट्रॉफी पुरुष हॉकी के दूसरे मैच में शनिवार, 5 अगस्त को जापान ने भारत को ड्रॉ पर रोक दिया। इस मैच में प्रतिद्वदी जापान से बेहद मजबूत समझी जाने वाली मेजबान भारतीय टीम को 15 पेनाल्टी कार्नर हासिल हुए, लेकिन इन में से सिर्फ एक पर गोल हुआ। वहीं जापान को पूरे मैच में मिले दो पेनाल्टी कार्नर्स में से एक पर गोल दागा और मुकाबला 1-1 से ड्रॉ करा दिया। हालांकि, इससे पहले भारत ने अपने शुरुआत मुकाबले में चीन को 7 गोल से परास्त किया था।
15 पेनाल्टी कॉर्नर पर सिर्फ एक गोल
भारत के सामने दूसरे मुकाबले में जापान की चुनौती से पार पाना था। इस मैच में भारत ने 15 पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। इसमें से टीम सिर्फ एक पर ही गोल कर पाई। 43वें मिनट में भारत को मिल 10वें पेनाल्टी कार्नर पर भारत का गोल आया। जो कप्तान हरमनप्रीत सिंह की स्टिक से आया। मैच में जापान को केवल दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले और उसमें से जापान ने एक पर स्कोर कर भारत के पसीने छुड़ा दिए। इसकी वजह से भारत को जापान खिलाफ ड्रॉ मैच से अंक बांटने के लिए बाध्य होना पड़ा।
ये भी पढ़ें...
पेनाल्टी कॉर्नर को बचाने में माहिर हैं जापानी
भारतीय टीम के कोच को पहले से पता था कि जापान की टीम पेनाल्टी कॉर्नर के खिलाफ अपने गोल की काफी मजबूत सुरक्षा करने में माहिर है और जापान ने इस मैच में यह प्रूफ भी कर दिया। जापान के रायकी फुजीशिमा और शोता यामादा ने अपने शरीर की परवाह किए बिना पूरे साहस से प्रदर्शन किया। कई गेंदें इन खिलाड़ियों की बॉडी पर भी लगीं। इन दोनों डिफेंडर्स ने भारत के ड्रैग फ्लिकर्स को परेशान कर दिया और अधिकतर मौकों पर शॉट की दिशा बिगाड़ दी। मैच के बाद भारतीय कोच क्रेग फुल्टन ने कहा कि जापानी खिलाड़ियों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा विश्व कप में भी जापान ने ऐसा ही प्रदर्शन किया था, इसलिए ऐसा नहीं है कि जापानीज ने पहली बार किया हो।
भारत को पाक समेत तीन टीमों से खेलना है
भारतीय टीम को अभी टूर्नामेंट में तीन मैच खेलने हैं। 6 टीमों की इस टूर्नामेंट में टॉप-4 पर रहने वाली टीम को सेमीफाइनल में खेलने का मौका मिलेगा। भारत के मुकाबले अभी साउथ कोरिया, मलेशिया और पाकिस्तान से होना हैं। अब तक दो मैच में 4 पॉइंट के साथ भारत टेबल में दूसरे नंबर पर है। वहीं मलेशिया ने अभी तक अपने दोनों मुकाबलों में जीत हासिल की है। पाकिस्तान, चीन और जापान को जीत की दरकार है।