स्पोर्ट्स डेस्क. उड़ीशा के राउरकेला में शुरू हुई एफआईएच हॉकी प्रो लीग के पहले मुकाबले में भारतीय पुरुष टीम ने शानदार आगाज किया है। भारत ने शुक्रवार को वर्ल्ड कप चैंपियन जर्मनी को 3-2 से परास्त किया। जनवरी में हुए वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में मेजबान भारत क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गया था। हॉकी प्रो लीग में रविवार को भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा।
भारत बढ़त बनाकर जीता
भारत के जनवरी में विश्व कप के प्री क्वार्टरफाइनल से बाहर होने के बाद कई खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया था लेकिन 26 वर्षीय सुखजीत बच गए थे, उन्होंने 31वें और 42वें मिनट में मैदानी गोल दागे। टूर्नामेंट में अब तक संयुक्त रूप से शीर्ष स्कोरर में शामिल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बिरसा मुंडा स्टेडियम में 30वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को बढ़त दिलाई थी। भुवनेश्वर और राउरकेला हुए विश्व कप में हरमनप्रीत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। भारत ने 42वें मिनट तक 3-0 से बढ़त बना ली थी जिसके बाद जर्मनी के लिए पॉल फिलिप कॉफमैन और माइकल स्ट्रुथॉफ ने क्रमश: 44वें और 57वें मिनट में गोल किए। जर्मनी की टीम में विश्व कप जीतने वाली टीम के कई खिलाड़ी मौजूद थे जो पेनल्टी कॉर्नर से गोल करने में जूझते नजर आए।
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भारत बढ़त बना कर जीता
भारत के जनवरी में विश्व कप के प्री क्वार्टरफाइनल से बाहर होने के बाद कई खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया था लेकिन 26 वर्षीय सुखजीत बच गए थे, उन्होंने 31वें और 42वें मिनट में मैदानी गोल दागे। टूर्नामेंट में अब तक संयुक्त रूप से शीर्ष स्कोरर में शामिल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बिरसा मुंडा स्टेडियम में 30वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को बढ़त दिलाई थी। भुवनेश्वर और राउरकेला हुए विश्व कप में हरमनप्रीत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। भारत ने 42वें मिनट तक 3-0 से बढ़त बना ली थी जिसके बाद जर्मनी के लिए पॉल फिलिप कॉफमैन और माइकल स्ट्रुथॉफ ने क्रमश: 44वें और 57वें मिनट में गोल किए। जर्मनी की टीम में विश्व कप जीतने वाली टीम के कई खिलाड़ी मौजूद थे जो पेनल्टी कॉर्नर से गोल करने में जूझते नजर आए।
जर्मनी को 6 और भारत को 4 पेनाल्टी कॉर्नर मिले
जर्मनी को छह पेनल्टी कॉर्नर मिले जबकि भारत ने चार पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किये। मेहमान टीम ने शानदार शुरुआत की और 10वें मिनट में लगातार पांच पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन भारत ने संयम बरतते हुए इन सभी में अच्छी तरह डिफेंड किया। दूसरे क्वार्टर के अंत में स्ट्राइकर अभिषेक के सर्कल में प्रयास से भारत को वही लय मिली जिसकी वह कोशिश में जुटा था। इससे पहले स्ट्राइकर गुरजांत सिंह और दिलप्रीत सिंह के प्रयासों को जर्मनी के गोलकीपर एलेक्जैंडर स्टैडलर ने विफल कर दिया था। हाफ टाइम से तुरंत पहले घरेलू टीम को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत ने शानदार प्रयास से अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी।
भारतीय टीम का कोच बदला, लेकिन कप्तान बरकरार
विश्व कप के बाद मुख्य कोच ग्राहम रीड को बर्खास्त करने के बावजूद हरमनप्रीत को कप्तान बरकरार रखा गया था। इस बढ़त से भारत ने तीसरे क्वार्टर में आक्रामक शुरुआत की। जर्मनप्रीत सिंह के शानदार पास पर सुखजीत ने 31वें मिनट में भारत के लिए दूसरा गोल दाग दिया। फिर 11 मिनट बाद सुखजीत ने फिर गोल किया। मनप्रीत सिंह के दूर से दिए पास पर प्रतिभाशाली युवा एस कार्ति की मदद से सुखजीत ने मैच में अपना दूसरा गोल किया। भारत ने इसके बाद जर्मनी हमले को दूर ही रखा। पर मेहमान टीम तीसरे क्वार्टर के अंत में पॉल फिलिप की बदौलत गोल करने में सफल रही।
कप्तान हरमनप्रीत ने पेनाल्टी स्ट्रोक मिस किया
मैच के अंतिम क्षणों में भारत ने शानदार रक्षात्मक खेल दिखाया। जिसमें जर्मनी ने अपने गोलकीपर को बाहर कर एक अतिरिक्त खिलाड़ी अपने आक्रमण में शामिल किया। जर्मनी ने मैच खत्म होने से दो मिनट पले माइकल की बदौलत अपना दूसरा गोल किया। जिसमें हानेस मुलर ने गोल करने में मदद की। मैच के अंतिम क्षण में भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला, लेकिन हरमनप्रीत इसे गोल में नहीं बदल सके। जिससे भारत ने 3-2 की जीत से तीन अंक हासिल किए। भारत का सामना अब रविवार को आस्ट्रेलिया से होगा।