Indore. 24 जनवरी को इंदौर के होलकर स्टेडियम में भारत बनाम न्यूजीलैंड वनडे मैच खेला जाना है। मैच के लिए दोनों टीमें इंदौर पहुंच चुकी हैं। लेकिन इस बार इंदौर में होने जा रहे ओडीआई मैच में एक खास बात रहेगी, वह खास बात यह है कि इंदौर के ही रहने वाले नितिन मेनन इस मैच में अंपायरिंग करने जा रहे हैं। 40 बाद यह मौका आया है कि जब इंदौर में हो रहे अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैच में इंदौरी अंपायर निर्णय देगा। नितिन मेनन अब तक 90 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं। इनके पिता की बात की जाए तो पिता नरेंद्र मेनन भी क्रिकेट अंपायर थे। वे भी अंतर्राष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग करना चाहते थे लेकिन उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। लेकिन अब उनका बेटा अपने ही शहर में अंपायरिंग करने जा रहा है, जिससे वे बेहद खुश हैं।
पिता रहे स्टेट लेवल अंपायर
नितिन के पिता नरेंद्र मेनन स्टेट लेवल के अंपायर रहे। वे 1983 से 1997 तक रणजी ट्रॉफी में सिलेक्टर भी रहे। उन्होंने अपने बेटे को कल के मैच के लिए एक नसीहत भी दी है। वह कि किसी का चेहरा देखकर कभी डिसीजन मत देना। कोई भी संपूर्ण नहीं होता, गलती अंपायर से भी हो जाती है। लेकिन गलती जानबूझकर नहीं होनी चाहिए।
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नितिन ने कहा मेरा स्पेशल मोमेंट
अपने शहर में हो रहे मैच में अंपायरिंग का जिम्मा मिलने से नितिन बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि शायद यही मेरा स्पेशल मोमेंट हो। उन्होंने बताया कि साल 2006 में बीसीसीआई की अंपायरिंग स्टार्ट की थी। पिता की समझाइश पर अमल करूंगा, हालांकि यह बात मैने काफी पहले दिमाग में बैठा ली थी।
1983 में इंदौर में पहला वनडे हुआ था
बता दें कि इंदौर में पहला ओडीआई मैच 1083 में नेहरू स्टेडियम में हुआ था। वहीं आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल देश के एकमात्र अंपायर नितिन इसके पहले शहर में हुए 3 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में थर्ड अंपायर रह चुके हैं। यहां पहली बार वे मुख्य अंपायर की भूमिका में रहेंगे।