स्पोर्ट्स डेस्क. इस समय रिंकू सिंह की हर तरफ चर्चा है। आप भी उन्हें को तो पहचान ही गए होंगे। वही रिंकू जिसने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पांच छक्के लगा दिए और केकेआर को 'असंभव' जीत दिला दी और जो चंद मिनट में आईपीएल के हीरो बन गए। हम यहां उसी अलीगढ़ के रहने वाले रिंक सिंह की बात कर रहे हैं। इन्हें फिल्म स्टार शाहरुख खान ने अपनी टीम केकेआर में जगह दी और रिंकू ने कारनामा कर दिखाया। रिंकू की कहानी काफी संघर्षों भरी है। रिंकू को क्रिकेट का शौक पूरा करने के लिए कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोंछा तक करना पड़ा। रिंकू के पिता गैस सिलेंडर की डिलीवरी का काम करते थे।
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हार को जीत में बदला
कोलकाता को आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन बनाने थे और उसकी हार लगभग तय दिख रही थी। गुजरात टाइटन्स के कार्यवाहक कप्तान राशिद खान ने आखिरी ओवर फेंकने की जिम्मेदारी बाएं हाथ के पेस बॉलर यश दयाल को सौंपी। यश दयाल की पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लेकर स्ट्राइक रिंकू सिंह को दिया। इसके बाद रिंकू ने लगातार पांच छक्के लगाकर टीम को जीत दिला दी।
आखिरी सात गेंदों पर बना डाले 40 रन
रिंकू सिंह अपनी टीम के कप्तान नीतीश राणा के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे थे। 25 साल के रिंकू ने अपनी पारी की काफी धीमी शुरुआत की और पहले 14 गेंदों पर उन्होंने सिर्फ 8 रन बनाए, लेकिन, रिंकू ने जो आखिरी सात गेंदें खेलीं उसमें उन्होंने 40 रन बनाए। कुल मिलाकर रिंकू सिंह ने 21 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 48 रन बनाए, जिसमें छह छक्के और एक चौका शामिल था। रिंकू के आईपीएल कॅरियर का ये बेस्ट स्कोर रहा। आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी टीम ने आखिरी ओवर में इतने रन बनाकर मुकाबला जीता हो। इससे पहले आईपीएल 2016 में राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स ने पंजाब किंग्स के खिलाफ आखिरी ओवर में जीत के लिए जरूरी 23 रन बना लिए थे। इस धमाकेदार पारी के बाद रिंकू सिंह आईपीएल के सुपरस्टार खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। रिंकू सिंह की कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
रिंकू सिंह की इस वजह से होती थी पिटाई
रिंकू का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था और वह 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। रिंकू के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और वह गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थेद। उधर, रिंकू को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था, लेकिन पिता बिल्कुल नहीं चाहते थे कि उनका बेटा इस खेल में समय बर्बाद करे। इसके चलते रिंकू की कई बार जमकर पिटाई भी हो जाती थी। इसके बावजूद रिंकू ने क्रिकेट खेलना जारी रखा। दिल्ली में खेले गए एक टूर्नामेंट में उन्हें इनाम के तौर पर बाइक मिली थी मिली, जिसे उन्होंने अपने पिता को सौंप दी। इसके चलते रिंकू की पिटाई तो बंद हो गई थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ। ऐसे में रिंकू ने नौकरी करने का फैसला किया।
रिंकू को करनी पड़ी थी झाड़ू-पोंछा लगाने की नौकरी
रिंकू ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे, जिसके कारण उन्हें कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोंछा लगाने की नौकरी मिल गई थी। रिंकू का इस काम में मन नहीं लगा और उन्होंने कुछ दिनों में ही इस नौकरी को अलविदा कह दिया। इसके बाद रिंकू ने पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाया, जो उनका कॅरियर चमका सकता था। रिंकू सिंह के कॅरियर को नई उड़ान देने में दो लोगों मोहम्मद जीशान और मसूद अमीन ने मदद की। मसूद ने रिंकू को बचपन के दिनों से क्रिकेट की ट्रेनिंग दी है, वहीं जीशान ने अंडर-16 ट्रायल में दो बार फेल होने के बाद इस क्रिकेटर की काफी मदद की। खुद रिंकू सिंह ने भी इस बात का एक इंटरव्यू में खुलासा किया था।
2014 में किया फर्स्ट क्लास डेब्यू
रिंकू की मेहनत आखिरकार रंग रंग लाई, जब 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश की ओर से लिस्ट-ए और टी-20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। रिंकू सिंह ने दो साल बाद पंजाब के खिलाफ मुकाबले से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू भी किया। रिंकू ने उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया। आईपीएल 2017 की नीलामी में रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 10 लाख रुपए में खरीदा था। हालांकि, उस सीजन उन्हें एक ही मुकाबला खेलने को मिला।
पिछले सीजन भी रिंकू ने किया था कमाल
साल 2018 के सीजन में रिंकू सिंह को 80 लाख रुपए की कीमत में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी टीम में शामिल किया। तब से वह केकेआर से जुड़े हुए हैं। हालांकि आईपीएल 2021 के सीजन में वह घुटने की इंजरी के चलते एक भी गेम मैच नहीं खेल पाए। रिंकू को आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में केकेआर ने 55 लाख रुपए में खरीदा था। आईपीएल में रिंकू ने अबतक 20 मैच खेलकर 24.93 के एवरेज से 349 रन बनाए हैं। आईपीएल 2022 में लखनऊ के खिलाफ मैच में रिंकू ने सिर्फ 15 गेंदों 40 रन बनाए थे, उस इनिंग्स के बाद रिंकू छा गए थे।
काफी शानदार है रिंकू का घरेलू रिकॉर्ड
रिंकू सिंह ने अबतक 40 फर्स्ट क्लास, 50 लिस्ट-ए और 78 टी-20 मैच खेले हैं. फर्स क्लास क्रिकेट में रिंकू ने 59.89 के एवरेज से 2875 रन बनाए हैं, जिसमें सात शतक और 19 अर्धशतक शामिल रहे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिंकू का बेस्ट स्कोर नाबाद 163 रन रहा है। वहीं, लिस्ट-ए में रिंकू ने 53 के एवरेज से 1749 रन बनाए। लिस्ट-ए क्रिकेट में रिंकू सिंह के नाम पर 1 शतक और 16 अर्धशतक दर्ज हैं। रिंकू ने टी20 मैचों में 6 अर्धशतकों की बदौलत 1392 रन बनाए। रिंकू यदि शानदार प्रदर्शन जारी रखते हैं तो टीम इंडिया की ओर से खेलने के लिए भी उन्हें बुलावा आ सकता है।
एक ओवर में पांच छक्के (IPL)
- 5 छक्के क्रिस गेल (RCB) बनाम राहुल शर्मा (पुणे वॉरियर्स), बेंगलुरु, 2012