BHOPAL. मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ ( MPOA) की वार्षिक बैठक मंगलवार (9 मई) को भोपाल में आयोजित हुई। बैठक में एमपीओए ने बड़ा ऐलान किया है। एमपीओए के अध्यध रमेश मेंदोला ने कहा की मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ से जुड़े सभी राज्य स्तरीय खेल संघों को 1-1 लाख रुपए दिए जाएंगे। जिससे वे अपने-अपने खेलों की गतिविधियों सुचारू रूप से संचालित कर सकें। इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और एमपीओए के उपाध्यक्ष वीडी शर्मा ने संगठन की अगली बैठक खजुराहो में कराने का आमंत्रण दिया। बैठक में मप्र खेल विभाग की अनुपस्थिति ने सबको चौंकाया।
अगली बैठक खजुराहो में कराने का आमंत्रण
त्रिलंगा स्थित होटल रेडीसन में हुई एमपीओए की बैठक में बतौर उपाध्यक्ष मौजूद रहे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि खेलों में मप्र विकास कर रहा है। यह परिणाम स्वत: बता रहे हैं। खेलों इंडिया यूथ गेम्स में मेजबान मप्र तीसरे स्थान पर रहा। खेलों में बजट की कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। उन्होंने कहा, ट्रायवल क्षेत्रों के युवाओं पर फोकस करने की जरूरत है। उन क्षेत्रों के खिलाड़ियों से बड़ी संभावनाएं हैं। इन खिलाड़ियों को पिकअप कर दूरस्थ क्षेत्रों में काम करने की जरूरत है। ट्रायवल क्षेत्रों में खेलों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना होगा। अंत में वीडी शर्मा ने कहा कि एमपीओए की अधिकतर बैठक भोपाल और इंदौर में होती है, इसलिए अगली बैठक खजुराहो में कराने का मैं आमंत्रण देता हूं।
खेल संघों को इंफ्रास्ट्रेक्चर और उपकरण की उठी मांग
बैठक में मप्र क्याकिंग-कैनोइंग संघ के अध्यक्ष पीएस बुंदेला ने खेल संघों को खेल आयोजनों के लिए इंफ्रास्ट्रेक्चर और उपकरण मिलने में काफी परेशानी होती है। अक्सर स्पर्धाओं के आयोजन के मौके पर इनकी कमी महसूस होती है। इस समस्या से सभी खेल संघ अक्सर जुझते हैं। इनके अलावा ग्वालियर ओलंपिक संघ के सचिव सुववीर सिंह भदौरिया ने स्कूल,कॉलेजों एवं क्लबों में कोचेच की कमी की बात उठाई। भदौरिया ने कहा कि कोचेच की कमी के कारण प्रतिभाओं को ठीक से प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा अधिकतर संघों के प्रतिनिधियों ने शासकीय अनुदान ना मिलने की परेशानी शेयर किया।
खेल विभाग का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं हुआ
एमपीओए की बैठक में इस बार खेल एवं युवा कल्याण विभाग का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं हुआ। इसे लेकर मौजूद खेल संघों के प्रतिनिधियों ने आश्चर्य व्यक्त किया। पिछले साल हुई इस बैठक में खेल विभाग की ओर से खेल संचालक रविकुमार गुप्ता शामिल हुए थे। बैठक में यूं तो खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया समेत विभाग के अला अफसरों को भी सूचित किया गया था। यशोधरा राजे सिंधिया कोरोना पॉजिटिव हैं। इसलिए बैठक में नहीं आ सकीं। हालांकि इससे पहले भी कभी खेल मंत्री एमपीओए की बैठक में कभी भी नहीं आईं। बैठक में खेल विभाग का प्रतिनिधि होना इसलिए जरूरी समझा जाता है, क्योंकि खेल संघों को प्रतियोगिताओं के लिए अनुदान विभाग से ही मिलता है। इसलिए इस बैठक के मार्फत वे खेल संघों की परेशानी को ठीक से समझ सकें।
सीएम शिवराव सिंह चौहान से मिला एमपीओए
बैठक के बाद एमपीओए के पदाधिकारी और सदस्य अध्यक्ष रमेश मेंदोला के नेतृत्व में सीएम हाउस पहुंचे और सीएम शिवराज सिंह चौहान से भेंट की। सीएम ने बिना किसी औपचारिकताओं के एमपीओए की पदाधिकारियों से चर्चा की। सूत्र बताते हैं, खरगोन में हुई बस दुर्घटना के कारण सीएम काफी व्यथित थे, इसलिए एमपीओए के साथ हुई बैठक मुलाकात तक ही रही।
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