स्पोर्ट्स डेस्क. आईबीए विमेंस वर्ल्ड कप मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत की नीतू घनघस ने गोल्डन पंच लगाया है। नीतू ने दिल्ली में चल रही स्पर्धा के फाइनल में शनिवार (25 मार्च) को मंगोलिया की लुत्साइखान को 5-0 से मात दी। नीतू का वर्ल्ड कप में पहला गोल्ड मेडल है। हालांकि, प्रतियोगिता के फाइनल में भारत की चार बॉक्सर पहुंची हैं। जिसमें नीतू के बाद अभी तीन और बॉक्सर के गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद है।
आखिरी तक मुकाबला रोमांचक रहा
नीतू ने 48 किलोग्राम भारवर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। यह मुकाबला काफी रोमांचक था और दर्शकों के लिए आखिरी तक विजेता का अंदाजा लगामा मुश्किल था। मैच के नतीजे का एलान होने से पहले तक दोनों खिलाड़ी जीत का जश्न मनाने के लिए तैयार दिख रही थीं, लेकिन अंत में भारतीय बॉक्सर ने जीत हासिल की और मंगोलिया की बॉक्सर को निराशा हाथ लगी।
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मैरीकॉम को हराकर चमकीं थीं नीतू
नीतू दुनिया की महान मुक्केबाज मैरीकॉम को हराकर चमकीं थी। मिनी क्यूबा के नाम से जाने जानेवाली नीतू के मुक्कों से अनुभवी भारतीय मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम लड़खड़ा गई थीं। रिंग में मैच के दौरान मैरीकॉम को घुटने में चोट लगने के बाद राष्ट्रमंडल खेलों के 48 किग्रा के ट्रायल के बीच में ही हटने के लिए मजबूर होना पड़ा था। 6 बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम को सेमीफाइनल के पहले राउंड में ही नीतू ने धूल चटा दी थी।
नीतू की उपलब्धियां
नीतू ने 2017 में यूथ विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। यह टूर्नामेंट गुवाहाटी में खेला गया था। इसके बाद 2018 में यूथ एशियन चैंपियनशिप में भी वह स्वर्ण पदक जीती थी। नीतू ने 2018 में फिर से यूथ विश्व चैंपियनशिप में कमाल किया था और चैंपियन बनी थी। इसके अलावा 2022 में सोफिया बुल्गारिया में हुए स्ट्रेडजा कप में स्वर्ण और 2023 में नई दिल्ली में हुई महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।