स्पोर्ट्स डेस्क. एच एस प्रणय का विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में शानदार सफर शनिवार, 26 अगस्त को मेंस सिंगल के सेमीफाइनल में थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्ण के सामने थम गया। प्रणय ने कुनलावुत के खिलाफ तीन गेम में हारकर कांस्य पदक के साथ अपना अभियान खत्म किया। इस तरह भारत ने 2011 के बाद से विश्व चैम्पियनशिप में कम से कम एक पदक जीतने का रिकॉर्ड बरकरार रखा। प्रणय (31 वर्ष) दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी के खिलाफ शुरुआती गेम की बढ़त को गंवा बैठे।
प्रणय विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पांचवें भारतीय प्लेयर बने
दूसरे गेम में वह 5-1 से बढ़त बनाए थे लेकिन तीन बार के पूर्व विश्व जूनियर चैम्पियन विदितसर्ण ने बेहतर ‘डिफेंस और अटैक’ के बूते 18-21 21-13 21-14 से जीत हासिल कर लगातार दूसरे फाइनल में प्रवेश किया। इस हार के बावजूद प्रणय के लिए यह शानदार उपलब्धि रही क्योंकि वह विश्व चैम्पियनशिप का पदक जीतने वाले पांचवें भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी बन गए।
प्रणय से पहले इन्होंने जीते पदक
इससे पहले किदाम्बी श्रीकांत (रजत), लक्ष्य सेन (कांस्य), बी साई प्रणीत (कांस्य) और प्रकाश पादुकोण (कांस्य) पुरुष एकल में पदक जीत चुके हैं। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने एक स्वर्ण (2019) सहित पांच एकल पदक जीते हैं। साइना नेहवाल (रजत और कांस्य) ने दो पदक जीते हैं जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने 2011 में कांस्य पदक जीता था। सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने 2022 में कांस्य पदक जीता था।
सेमीफाइनल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने से चूके
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और गत चैम्पियन विक्टर एक्सेलसेन को हराने के एक दिन बाद प्रणय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। मलेशिया मास्टर्स खिताब जीतने वाले प्रणय का डिफेंस कमजोर दिखा और वह 76 मिनट के मुकाबले के दौरान निरंतरता नहीं दिखा सके।
पिछले साल भी हार गए थे थाईलैंड के वितिदसर्ण से
इस सत्र में आस्ट्रेलियाई ओपन के उप विजेता प्रणय पिछले साल आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में वितिदसर्ण से दो कड़े गेम में हार गये थे और थाईलैंड के इस खिलाड़ी के डिफेंस की ताकत और वापसी करने की काबिलियत से वाकिफ थे। भारत के शीर्ष क्रम के पुरुष एकल खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत की लेकिन दूसरे गेम से उनके खेल में थकान का असर दिखने लगा जो शायद पिछले दो दिन में खेले गये तीन गेम के मैचों के कारण हो।
सात्विक-चिराग की जोड़ी क्वार्टर फाइनल में हारी
टूर्नामेंट में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी पुरुष युगल क्वार्टर फाइनल में मेजबान डेनमार्क के किम एस्ट्रप और एंडर्स स्कारुप रासमुसेन से सीधे गेम में हार गई। दुनिया की दूसरे नंबर की इस भारतीय जोड़ी ने पिछले साल इस प्रतियोगिता में अपना पहला कांस्य पदक जीता था। भारतीय जोड़ी हालांकि 11वीं वरीयता प्राप्त स्थानीय जोड़ी के सामने अपने आक्रामक खेल का प्रदर्शन नहीं कर सकी और 48 मिनट तक चले मुकाबले को 18-21, 19-21 से हार गई।
डेनमार्क की जोड़ी शुरू से हॉबी रही
दोनों जोड़ियों के बीच इससे पहले सात मैचों में सात्विक और चिराग की जोड़ी दो मुकाबले जीतने में सफल रही थी। दोनों जोड़ियां 2021 के बाद पहली बार एक-दूसरे के आमने-सामने थीं। बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप की 2021 की कांस्य पदक विजेता डेनमार्क की जोड़ी ने मैच की शुरुआत से ही भारतीय जोड़ी पर दबदबा बनाए रखा।
शुरुआत में अच्छी जोरदार मुकाबला रहा
डेनमार्क की जोड़ी ने मुकाबले की शुरुआत में 5-1 की बढ़त ली। भारतीय जोड़ी ने कई मौके पर एस्ट्रप के सर्विस पर शटल को नेट पर खेल दिया। एस्ट्रप और रासमुसेन ने अपनी बढ़त को 11-6 किया। भारतीय जोड़ी ने इसके बाद वापसी करते हुए स्कोर को 15-18 कर दिया। चिराग ने इसके बाद खराब सर्विस कर के डेनमार्क के खिलाड़ियों को चार गेम पॉइंट दे दिया। भारतीय खिलाड़ियों ने दो गेम पॉइंट का बचाव किया लेकिन तीसरे मौके पर चूक गए।
एस्ट्रप और रासमुसेन तेज गेम दिखाया
दूसरे गेम में भी एक बार फिर से ऐसी ही परिस्थितियां दिखी। सात्विक और चिराग की जोड़ी के सामने एस्ट्रप और रासमुसेन की गति का कोई जवाब नहीं था। भारतीय जोड़ी 4-6 और इंटरवल के समय 7-11 से पिछड़ रही थी। भारतीय जोड़ी ने कुछ बेहतर प्रदर्शन किया। चिराग के शानदार स्मैश और सर्विस के दम पर इस जोड़ी ने 15-15 की बराबरी की, लेकिन बाद में मैच 19- 21 से हार गए।