स्पोर्ट्स डेस्क. कोतकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप के फाइनल में सौराष्ट्र ने मेजबान बंगाल को 9 विकेट से हराकर खिताब जीत लिया है। सौराष्ट्र पिछले तीन साल में दूसरी बार चैंपियन बना है। साल 2019-20 में सौराष्ट्र ने बंगाल को ही हराकर खिताब जीता था। मुकाबले में नौ विकेट लेने वाले सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकटको प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि उन्हीं की टीम के अर्पित वासवदा को प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित किया गया।
सौराष्ट्र ने कस रखा था सिकंजा
सौराष्ट्र ने पहली पारी में ही बंगाल पर सिकंजा कस लिया था। पहले बंगाल को 174 रन पर समेट कर 404 रन बनाए थे। दूसरी पारी में बंगाल ने संभलने की कोशिश की लेकिन 241 रन की बना सकी। इसके बाद ही तय हो गया था कि सौराष्ट्र रणजी ट्रॉफी 2023 का चैंपियन हो गया है। मैच के चौथे दिन औपचरिकताएं ही बची थीं यानी जीत के लिए सौराष्ट्र को मात्र 11 रन बनाने थे। जिसे सौराष्ट्र ने एक विकेट के नुकसान पर 14 रन बनाकर पूरा कर लिया।
सौराष्ट्र को मिला था मात्र 12 रन का टारगेट
बंगाल ने पहली पारी में 174 रन और दूसरी पारी में 241 रन बनाए। जवाब में सौराष्ट्र ने पहली पारी में 404 बनाए थे। अब खिताबी जीत के लिए सौराष्ट्र मात्र 12 रन बनाने थे। जिसे सौराष्ट्र ने दूसरी पारी में एक विकेट गंवाकर 14 रन बनाकर हासिल कर लिया और ट्रॉफी जीत ली। सौराष्ट्र ने दूसरी पारी में हार्विक देसाई चार रन और विश्वराज जडेजा 10 रन बनाकर नाबाद रहे। जय गोहिल बिना खाता खोले आकाशदीप की गेंद पर गोरामी को कैच दे बैठे।
उनादकट ने कप्तानी में दूसरी बार जीता खिताब
जयदेव उनादकट ने अपनी कप्तानी में दूसरी बार सौराष्ट्र को चैंपियन बनाया है। उन्होंने एक कप्तान और खिलाड़ी दोनों किरदार में शानदार प्रदर्शन किया है और वे अपनी टीम को तीन साल में दो बार चैंपियन बनाने में सफल रहे हैं।