स्पोर्ट्स डेस्क. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला इंदौर में एक मार्च से खेला जाना है। भारतीय टीम दो टेस्टों में एकतरफा जीत के बाद 2-0 की बढ़त ले चुकी है। अब भारतीय टीम इंदौर टेस्ट जीतकर सीरीज जीतना चाहेगी। इस टेस्ट के जीतने से भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर लेगा। यहां बता दें, भारत ने नागपुर टेस्ट एक पारी और 132 रन तथा दिल्ली टेस्ट छह विकेट से जीतकर सीरीज में न हारने वाली बढ़त हासिल कर ली है।
लाल मिट्टी की पिच बढ़ाएगी भारतीय टीम का टेंशन
जानकार बता रहे हैं कि इंदौर में मुकाबला भारतीय टीम के लिए आसान नहीं होगा। इंदौर में मेजबान को ऑस्ट्रेलिया टीम से कड़ी टक्कर मिल सकती है। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) ने इंदौर टेस्ट के लिए होल्कर स्टेडियम में लाल मिट्टी की पिच बिछाई है। जिस पर तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की संभावना है। यदि ऐसा हुआ तो ऑस्ट्रेलिया टीम को सीरीज में वापसी का मौका मिल सकता है। लाल मिट्टी पिच को देखते हुए कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को प्लेइंग इलेवन में रखना चाहेंगे।
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मुंबई से मंगाई गई लाल मिट्टी
एमपीसीए ने होलकर स्टेडियम की पिच तैयार करने के लिए खासतौर पर मुंबई से लाल मिट्टी मंगवाई है। मुंबई के मैदान की पिच लाल मिट्टी की ही बनी होती है, जहां पर ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले खेलने का अनुभव है। ऐसी पिचों पर गेंद काफी बाउंस होती है और यह तेजी से बल्ले पर आती है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पिछले दो टेस्ट की अपेक्षा बल्लेबाजी करने में
ज्यादा आसानी रहेगी। कंगारु टीम के खिलाड़ियों केा उछाल भरी पिचों पर खेलने का अच्छा अनुभव है और इसके चलते उन्हें इंदौर में विकेट पर जमने में मदद मिल सकती है।
रोहित भी तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरेंगे
इंदौर का विकेट बल्लेबाजों के लिए हमेशा से मददगार रहा है। जिसमें पहली पारी को औसत स्कोर 353 रन रहा है। जो यह दर्शाता है कि पिच बल्लेबाजों के लिए एक तरह से अच्छी रहेगी। इंदौर की लाल मिट्टी वाली पिच को देखते हुए रोहित शर्मा की टीम इस मैच में तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकती है। सीरीज के नागपुर और दिल्ली टेस्ट में भारत ने तीन तीन स्पिनर्स उतारे थे, लेकिन अब इंदौर में यह सीन बदला होगा। इंदौर की पिच भले ही लाल मिट्टी की बनाई गई है, पर माना यह भी जा रहा है कि जैसे जैसे मैच आगे बढ़ेगा, यह तेज गेंदबाजों द्वारा बनाए गए रफ के चलते स्पिनर्स के लिए मददगार बन सकती है। यानी मैच के तीसरे दिन से पिच स्पिनर्स को मदद कर सकती है। ऐसे में भारतीय स्पिनर्स मैच के चौथे और पांचवें दिन बल्लेबाजों के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। रविचंद्रन अश्विन को रिकार्ड, इस मैदान पर शानदार 12.50 का रहा है।
पिछली बार भी तेज गेंदबाजों ने मचाया था कहर
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों में स्पिनर्स का दबदबा रहा है और कुल 52 विकेट्स स्लो बॉलर्स ने चटकाए है, लेकिन अब रफ्तार का कहर इंदौर टेस्ट में देखने को मिल सकता है। पिछली बार भारतीय टीम ने इंदौर में बांग्लादेश के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेला था। जिसमें मयंक अग्रवाल ने दोहरा शतक जमाया था, वहीं मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने मिलकर 14 विकेट लिए थे। भारतीय टीम ने तीन दिन में ही उस टेस्ट को जीत लिया था।
आखिरी दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, सूर्यकुमार यादव।
तीसरे टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम
स्टीव स्मिथ (कप्तान), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), कैमरन ग्रीन, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लायन, लांस मॉरिस, टॉड मर्फी, मैथ्यू रेनशॉ, मिचेल स्टार्क, मैथ्यू कुह्नमैन।