बीपी श्रीवास्तव, Bhopal. खेलो इंडिया यूथ गेम्स 5.0 में बास्केटबाल खेल में लड़कों का मेडल क्यों फिसला, इसे लेकर पूरे प्रदेश में माहौल गर्माया हुआ। जिस टीम ने दिसंबर 2022 में हुए यूथ नेशनल में रनरअप ट्रॉफी जीती थी, वही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मेडल से वंचित रह गई। ...सभी अपसेट हैं। खास तौर से बास्केटबाल से जुड़े लोग। बास्केटबाल के मुकाबले इंदौर में बास्केटबाल कॉम्पलेक्स में हुए हैं।
सिफारिशी कोचों ने बदली टैक्निक
सूत्र बताते हैं,यूथ नेशनल में लड़कों की इस टीम का कोच खिलाड़ियों के बीच का था यानी जो लगातार एमपी टीम और खिलाड़ियों की काबिलियत को जानता समझता था। और उनकी क्षमता का मैच में उपयोग कर टीम को जिताने का हुनर रखता था। इसलिए टीम यूथ नेशनल में पंजाब को हराकर रनरअप बनी थी, लेकिन खेलो इंडिया यूथ गेम्स में टीम को नए कोचों के भरोसे छोड़ दिया। जिन्होंने 20 दिन के कैंप में नई टैक्निक अपनाने का खिलाड़ियों पर जोर डाला, जिससे खिलाड़ी कनफ्यूज हो गए और जीतने वाली एमपी टीम चौथे स्थान पर खिसक गई। बताते हैं बालक और बालिका दोनों टीम के कोच एमपी से बाहर के बनाए गए। एक जानकार बताया कि कोचों ने खिलाड़ियों की टैक्निक ही बदल दी। वे समझ ही नहीं सके उन्हें क्या करना। लगता है किसी बड़ी सिफारिश से दोनों टीमों के कोच नियुक्त किए गए। जिनसे स्थानीय पदाधिकारी बोल तक नहीं पा रहे थे।
एमपी की लड़कियों ने मेडल जीता
इन खेलों में लड़कों की टीम जहां मेडल से वंचित रह गई वहीं लड़कियों ने तमिलनाडु को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया और ब्रांज मेडल जीत लिया है। लड़कियों में पंजाब ने गोल्ड और छत्तीसगढ़ ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया है। लड़कों में राजस्थान ने गोल्ड, तमिलनाडु ने सिल्वर और चंडीगढ़ ने ब्रांज मेडल जीता है।