स्पोर्ट्स डेस्क. अम्मान (जोर्डन) में भारती युवा रेसलर अंतिम पंघाल ने शुक्रवार , 18 अगस्त को इतिहास रच दिया। अंतिम ने लगातार दो बार अंडर-20 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में खिताबी जीत हासिल की है। वे दो बार यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय पहलवान बन गई हैं। अंतिम ने 53 किलो वर्ग में ये खिताब अपने नाम किए हैं। इसके अलावा सविता ने भी 62 किलो वर्ग में खिताबी जीत दर्ज की है। भारतीय महिला टीम ने कुश्ती के इतिहास में पहली बार विश्व चैंपियनशिप में टीम खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले प्रिया मलिक ने गुरुवार, 17 अगस्त को 76 किलो वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। स्पर्धा में इस बार भारत के सात पहलवानों ने मेडल जीते हैं। जिनमें तीन गोल्ड मेडल शामिल हैं। अंतिम कुंडू (87 किलो) ने सिल्वर और रीना (57 किलो), आरजू (68 किलो) और हर्षिता (72 किलो) ने ब्रांज मेडल जीता है।
अंतिम ने पिछले साल भी जीता था गोल्ड
हरियाणा के हिसार की रहने वाली अंतिम पंघाल ने फाइनल मुकाबले में यूक्रेन की मारिया येफ्रेमोवा को 4-0 से हराकर खिताब जीता। अंतिम ने पूरे टूर्नामेंट में जबर्दस्त प्रदर्शन किया और अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ सिर्फ दो अंक गंवाए। इस खिताबी जीत से अंतिम ने साबित कर दिया कि एशियाई खेलों के ट्रायल के लिए विनेश फोगाट को चुनौती देना अति आत्मविश्वास नहीं था। पिछले साल अंतिम पंघाल जूनियर विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी और अब सीनियर स्तर पर भी खेलती हैं। अपनी फुर्ती और दिमाग के जबर्दस्त इस्तेमाल से उसने विरोधी के पैर पर लगातार हमले बोले। दाहिने पैर पर हमला बोलकर उसने विरोधी को चित कर दिया।
सविता ने 62 किलो में जीता गोल्ड
सविता ने 62 किलोवर्ग के फाइनल में वेनेजुएला की ए पाओला मोंटेरो चिरिनोस को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया, उसने पहले ही राउंड के बाद नौ अंक की बढ़त कायम कर ली थी और दूसरे राउंड की शुरुआत में ही एक भी अंक गंवाये बिना जीत दर्ज की। वहीं रीना ने 57 किलोवर्ग में कजाखस्तान की शुगीला ओमिरबेक को 9-4 से हराया, इससे पहले उसने दिन में दो रेपेशॉज दौर जीतकर पदक की दौड़ में जगह बनाई थी। अंतिम कुंडू को फाइनल में स्थानीय खिलाड़ी एनिको एलेकेस ने 9 -2 से हराया। हर्षिता ने मोलदोवा की एमिलिया क्रेसियुन को हराकर भारत को एक और मेडल दिलाया।