NEW DELHI. भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों ने मंगलवार (23 मई) को कैंडल मार्च निकाला। ये कैंडल मार्च जंतर-मंतर से इंडिया गेट तक निकाला गया। इस मार्च में खाप प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इंडिया गेट पर पहलवानों को समर्थन देने के लिए पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक भी पहुंचे और किसान नेता राकेश टिकैत भी कैंडल मार्च में मौजूद रहे। पहलवानों ने आरोप लगाया कि उनके मार्च को देखते हुए पुलिस ने इंडिया गेट को खाली करा दिया, ताकि लोग उनके समर्थन में हिस्सा ना ले सकें।
बहनों का सम्मान जान से भी बढ़कर- बजरंग
इस दौरान पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि हमारी बहनों का सम्मान हमारे लिए जान से भी बढ़कर है। जब तक देश के बेटियों को न्याय नहीं मिल जाता है तब तक यह आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा। बहुत से लोग इस आंदोलन को बदनाम करने का काम कर रहे हैं इसलिए मेरी आपसे विनती है कि आप हमारा ऐसे ही साथ देते रहें। पहलवानों ने आरोप लगाया कि उनके मार्च को देखते हुए पुलिस ने इंडिया गेट को खाली करा दिया, ताकि लोग उनके समर्थन में हिस्सा ना ले सकें।
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चैंपियन सड़क पर क्यों हैं?
उन्होंने कहा कि ये सवाल भारत से प्यार करने वाले सभी धर्मों और जातियों के लोगों को सरकार से पूछना चाहिए कि 1 महीने से हमारे चैंपियन सड़क पर क्यों हैं? इनकी जगह सड़क नहीं बल्कि अखाड़ा है। पहलवान साक्षी मालिक ने कहा कि ये देश की बेटियों की लड़ाई है जिसमें आप सभी को हमें समर्थन देना होगा ताकि हमें न्याय मिल सके। जंतर-मंतर से इंडिया गेट तक हजारों लोगों ने इंसाफ के लिए मार्च शुरू किया। आज हमारे आंदोलन को पूरा एक महीना हो गया है, लेकिन अभी तक हमें न्याय मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
'सरकार सही होती तो बृजभूषण जेल में होते'
पहलवानों के प्रदर्शन में पहुंचे पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। सरकार सही होती तो बृजभूषण सिंह जेल में होते। देश के कई नामी पहलवान बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 23 अप्रैल से यहां जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। सिंह पर एक नाबालिग समेत छह महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस ने बीजेपी सांसद के खिलाफ पिछले महीने दो एफआईआर दर्ज की थीं।
नई संसद के सामने महिलाओं की पंचायत 28 मई को
बीते रविवार (21 मई) को हरियाणा के रोहतक में पहलवानों के समर्थन में खाप महापंचायत भी हुई थी। जिसने फैसला किया था कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध का समर्थन करने वाली महिलाएं 28 मई को नए संसद भवन के सामने एक पंचायत करेंगी, जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे।