वेंकटेश कोरी, JABALPUR. गोटेगांव के पूर्व विधायक शेखर चौधरी की याचिका पर बुधवार, 25 अक्टूबर को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी किया है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि निर्वाचन कार्य में लगे अफसर सत्ताधारी दल के समर्थन और प्रभाव में काम कर रहे हैं। 13 अक्टूबर को निर्वाचन आयोग को पूर्व विधायक शेखर चौधरी ने शिकायत भेजी थी, जिसमें उन्होंने कलेक्टर, दो थाना प्रभारी और केंद्रीय मंत्री और नरसिंहपुर से बीजेपी प्रत्याशी प्रह्लाद पटेल के विधायक भाई जालम सिंह पर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया।
हाईकोर्ट ने आयोग से गुरुवार तक जवाब मांगा
शिकायत पर आयोग के द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया तो उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने मामले में आयोग को कल (गुरुवार) तक जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। कल फिर से पूरे मामले में सुनवाई होगी।
कांग्रेस ने बदल दी थी गोटेगांव टिकट
पहले कांग्रेस ने गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक शेखर चौधरी को टिकट दिया था, उसके बाद अचानक उनकी टिकट काटकर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति को कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित किया। पूर्व विधायक शेखर चौधरी द्वारा टिकट बदलने के बावजूद भी कानूनी लड़ाई लड़ने से अब यह संभावना जताई जा रही है कि वे गोटेगांव सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।