SHEOPUR. मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क से एक और अच्छी खबर आई है। मादा चीता ज्वाला ने सोमवार, 22 जनवरी को 3 शावकों को जन्म दिया है। इसकी जानकारी केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार की सुबह अपने X हैंडल पर पोस्ट करके दी है। इससे पहले ज्वाला ने 27 मार्च 2023 को 4 शावकों को जन्म दिया था। वहीं, 3 जनवरी को मादा चीता आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया था। यानी कूनो से 20 दिन में दूसरी बड़ी खबर आई है।
शावक पूरी तरह स्वस्थ
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिकुराल ने बताया कि नामीबिया से आठ चीते पिछले 17 सितंबर को लाए गए थे। चीता ज्वाला ने इससे पहले 4 शावकों को जन्म दिया था, उनमें से 3 की मौत हो चुकी है। एक शावक पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने बताया कि सोमवार को जन्मे तीनों शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। वन विभाग का अमला इन पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है।
केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने X पोस्ट पर लिखा
मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- नामीबियाई चीता आशा द्वारा अपने शावकों को जन्म देने के कुछ ही सप्ताह बाद ही यह खुशखबरी आई है। देशभर के वन्यजीव अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं और वन्यजीव प्रेमियों को बधाई। भारत में इसी तरह से वन्य जीवन फले-फूले।
पवन चीता है इन शावकों का पिता
डीएफओ ने बताया कि ज्वाला चीता ने जिन 3 शावकों को जन्म दिया है, उनका पिता पवन (पुराना नाम ओवान) है। मादा चीता आशा के 3 शावकों का पिता भी पवन ही है। पवन वही चीता है जो पिछले महीनों कूनो से बार-बार बाहर निकलकर विजययुर, पोहरी और फिर शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क तक जा चुका है। वहां से इसे 2 से 3 बार ट्रेंकुलाइज करके कूनो वापस लाया गया था।
सीएम मोहन यादव ने जताई खुशी
2023 में हुई ज्वाला चीता के तीन शावकों की मौत...
- 23 मई को गर्मी से एक शावक की मौत: चीता ज्वाला के एक शावक की मौत हो गई थी। जेएस चौहान ने बताया था कि ये शावक जंगली परिस्थितियों में रह रहे थे। 23 मई को श्योपुर में भीषण गर्मी थी। तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस था। दिनभर गर्म हवा और लू चलती रही। ऐसे में ज्यादा गर्मी, डिहाइड्रेशन और कमजोरी इनकी मौत की वजह हो सकती है। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 20 रह गई।
- 25 मई को दो और शावकों की मौत: पहले शावक की मौत के बाद तीन अन्य को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया था। इनमें से दो और शावकों की मौत हो गई। अधिक तापमान होने और लू के चलते इनकी तबीयत खराब होने की बात सामने आई थी। इसके बाद कूनो में एक शावक सहित 18 चीते बचे।
चीता आशा ने 3 शावकों को दिया जन्म
श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में 3 जनवरी को चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। तीनों शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। नेशनल पार्क का मैदानी अमला और डॉक्टरों की टीम शावकों पर नजर बनाए हुए हैं