अरुण तिवारी, BHOPAL. बीजेपी से पिछड़ने के बाद कांग्रेस अब सूची जारी करने के मामले में बाजी मारने की तैयारी कर रही है। श्राद्ध पक्ष खत्म होते ही नवरात्र के पहले दिन यानी 15 अक्टूबर को कांग्रेस पहली सूची जारी करने जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सीईसी की बैठक खत्म होते ही कहा कि वे 15 अक्टूबर को सूची जारी करने की तरफ बढ़ रहे हैं। वहीं प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची आ जाएगी। सीईसी की बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन गई है। इतना ही नहीं कांग्रेस तीन दिन में चार बड़े खुलासे कर सकती है। इस संबंध में भी कांग्रेस के अंदर चर्चा चल रही है। नवरात्र के पहले दिन पहली सूची, दूसरे दिन दूसरी सूची और वचन पत्र और तीसरे दिन तीसरी और अंतिम सूची जारी करने की तैयारी की जा रही है।
पीएफआई मामले में वीडी को नोटिस
पीएफआई मामले में कांग्रेस अब बीजेपी पर हमलावर हो रही है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि वे वीडी शर्मा को कानूनी नोटिस भेज रहे हैं। यदि जरुरी हुआ तो उन पर एफआईआर भी दर्ज कराएंगे। मिश्रा ने कहा कि बीजेपी ने इस संबंध में कांग्रेस के बयानों को गलत तरीके से पेश कर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की है। मिश्रा ने कहा कहा कि बीजेपी पीएफआई की राजनीतिक विंग एसडीपीआई को कर्नाटक के पंचायत चुनाव में समर्थन दे रही है। ये उसका दोहरा चरित्र है।
शिवराज के अफसरों ने डकारे आदिवासियों के दस करोड़ : कांग्रेस
वहीं कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि आदिम जाति कल्याण विभाग का भ्रष्टाचार सामने आ गया है। जिसमें 10 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इस घोटाले में 7 साल से सह-आयुक्त रहे आठ अफसरों पर अदालत ने भी भ्रष्टाचार का केस दर्ज करने का आदेश जारी किया है। अदालत ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर अधिकारियों ने दस करोड़ की राशि का आहरण किया। सुरेंद्र राजपूत ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सभी तरह के भ्रष्टाचारियों को सरंक्षण प्राप्त है। अधिकारी खुलेआम नियम विरूद्ध खाता खोलते थे और उससे राशि खुद ही निकालते थे। ये पैसा किसको जाता था। कहीं ये पैसा सिंधिया वाले गद्दारों को खरीदने के काम तो नहीं आता था।