SATNA. सतना में कांग्रेस की महिला विधायक ने अपनी ही पार्टी के नेता पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा कि आरोपी ने शराब पीकर उनका हाथ पकड़ने का प्रयास किया। साथ ही उनकी महिला सहायक के साथ धक्का-मुक्की भी की। विधायक की शिकायत पर आरोपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
विधायक ने पुलिस को क्या बताया
विधायक कल्पना वर्मा ने पुलिस को बताया, 'मैं गुरुवार, 28 सितंबर की शाम को हटिया गांव में जनसंपर्क कार्यक्रम में गई थी। इस दौरान मैं एक परिवार से मिलने जा रही थी। स्थानीय कांग्रेस नेता मनोज बागरी उर्फ बबलू अपने कुछ साथियों के साथ यहां पहुंच गया। वह मेरी गाड़ी के सामने खड़ा हो गया। मैं गाड़ी से उतरी तो मनोज ने गाली-गलौज कर हाथ और मुंह पकड़ने की कोशिश की। यह देखकर मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया। इसके बाद रात में सिविल लाइन थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी मनोज बोले- मेरी राजनीतिक हत्या की साजिश, हर जांच को तैयार
इस मामले में आरोपी मनोज बागरी का कहना है कि कल्पना उनकी राजनैतिक हत्या की साजिश रच रही हैं। वे घटना में जो वक्त बता रही हैं, उस वक्त मनोज सतना में थे। शराब पीने के आरोप झूठे हैं और वे इस पर किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। मनोज ने कहा, कल्पना को लगता है कि कहीं उनकी जगह मुझे विधानसभा चुनाव के लिए टिकट न मिल जाए, इसलिए वे ये हथकंडे अपना रही हैं।
विधायक ने कहा- मनोज ने सुनियोजित ढंग से हरकत की
इधर, सतना सिविल लाइन थाना पुलिस ने कांग्रेस नेता मनोज बागरी पर आईपीसी की धारा 341, 294 और 354 (छेड़छाड़) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। विधायक कल्पना वर्मा ने कहा, 'मनोज ने साथियों के साथ शराब पीकर सुनियोजित ढंग से यह हरकत की है। वह पहले भी विरोध के प्रयास करता रहा है, लेकिन यह घटना बर्दाश्त के काबिल नहीं है। घटना की जानकारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दे दी है। एसपी से भी शिकायत की है।'
विधायक ने बताया कि मनोज दो बार जिला पंचायत चुनाव लड़ चुका है। दोनों बार हार गया था। इस बार विधानसभा चुनाव में वह रैगांव क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट के लिए दावेदारी कर रहा है। विधायक ने सवाल उठाया कि जब इस सरकार में महिला जनप्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं है तो फिर सुरक्षित कौन है?
बीजेपी बोली- कांग्रेस पार्टी का चरित्र सबके सामने आया
रैगांव विधायक के साथ अभद्रता पर बीजेपी के सतना जिला मीडिया प्रभारी कामता पांडेय ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी का चरित्र सबके सामने आ चुका है। जिस पार्टी के नेता अपनी ही महिला विधायक का सम्मान न करते हों, उनसे महिला सम्मान की उम्मीद रखना बेमानी है। बात-बात पर प्रदेश सरकार को कोसने वाले कांग्रेस के नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अब इस पर क्या कहेंगे?