JAIPUR. राजस्थान में एक बार फिर सरकारों को लेकर चला आ रहा पुराना रिवाज बरकरार सा लग रहा है। प्रदेश में बिना किसी सीएम चेहरे के बीजेपी सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है। यहां सीएम अशोक गहलोत का जादू नहीं चल सका है, जबकि 'मोदी मैजिक' असर देखने को मिल रहा है। राजस्थान में रविवार, 3 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक के रुझान के अनुसार बीजेपी 114, कांग्रेस 70 और अन्य 14 सीटों पर आगे चल रही है।
199 सीटों पर हुए चुनाव
राजस्थान में 200 सीटों में से 199 सीटों पर चुनाव हुआ और मतगणना भी 199 सीटों की हो रही है। श्रीगंगापुर जिले की श्रीकरणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह के निधन के कारण चुनाव स्थगित हुआ है। प्रदेश में बीजेपी ने सभी 199 सीटों पर चुनाव लड़ा है, जबकि कांग्रेस ने 198 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। भरतपुर सीट पर कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकदल से गठबंधन किया है।
कांग्रेस को पिछले चुनाव में मिली थीं 107 सीटें
प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस को बहुमत मिला था और कांग्रेस को 107 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी 70 सीटें लेकर पिछड़ गई थी। निर्दलीयों ने 13 सीटें जीती थीं अन्य के खाते में 8 सीटें गई थीं। दो सीटें रिक्त रही थीं। अशोक गहलोत सीएम बने थे।
राजस्थान में रिवाज बरकरार
राजस्थान में 1993 से एक-एक टर्म ( पांच-पांच साल) की बीजेपी और कांग्रेस सरकार का रिवाज बरकरार है। पिछले 30 साल में 1993, 2003, 2013 और 2018 के अब 2023 में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया और सरकार बनाई। इसके अलावा 1998, 2008 और 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी।