मनीष गोधा, JAIPUR. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने राजस्थान में भी तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश इलेक्शन कमेटी के प्रभारी और पर्यवेक्षक आगामी लोकसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी करने वाले नेताओं के बारे में फीडबैक जुटाने के लिए जल्द ही लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचेंगे। ये प्रभारी और पर्यवेक्षक संबंधित लोकसभा क्षेत्र में जाकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और 5 फरवरी तक अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को देंगे। इनको रिपोर्ट के आधार पर दावेदारों के नामों का पैनल बनाकर दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से टिकट वितरण पर अंतिम फैसला होगा।
कांग्रेस में प्रत्याशियों के चयन की कवायद शुरू
राजस्थान में कांग्रेस पिछले दो लोकसभा चुनाव से जीत का इंतजार कर रही है। वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 25 में से एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई थी। हालांकि, 2019 में हुए एक उपचुनाव में पार्टी को अजमेर लोकसभा सीट जीतने का मौका मिला था, लेकिन मुख्य चुनाव में पार्टी फिर से सभी सीटों पर हार गई। ऐसे में इस बार भी पार्टी के लिए चुनौती काफी कड़ी मानी जा रही है। यही कारण है कि पार्टी में अभी से प्रत्याशियों के चयन की कवायद शुरू कर दी है
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि प्रदेश इलेक्शन कमेटी के प्रभारी और पर्यवेक्षक लोकसभा क्षेत्र में जा रहे हैं, जहां चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों के बारे में जानकारी जुटाने का काम किया जा रहा है।
इन्हें बनाया गया पर्यवेक्षक-प्रभारी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के अनुसार, बीकानेर, चूरू और गंगानगर के लिए प्रमोद जैन भाया और राखी गौतम को, झुंझुनू, सीकर और नागौर के लिए अशोक चांदना और ललित यादव को, अलवर, जयपुर ग्रामीण और जयपुर के लिए ममता भूपेश और शिमला नायक को, भरतपुर, दौसा, करौली और धौलपुर के लिए डूंगरराम गेदर व हेमसिंह शेखावत को जिम्मा दिया गया है।
इसी तरह अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर के लिए मुरारीलाल मीणा व विनोद जाखड़ को, जोधपुर, पाली, बाड़मेर के लिए राजकुमार शर्मा व अभिमन्यु पूनिया को, बांसवाड़ा, उदयपुर और जालौर के लिए रामलाल जाट व रोहित बोहरा को, चित्तौड़गढ़, राजसमंद और भीलवाड़ा के लिए भजनलाल जाटव और इंद्रा मीणा को जबकि कोटा, बारां और झालावाड़ के लिए प्रतापसिंह खाचरियावास व जुबैर खान को प्रभारी व पर्यवेक्षक बनाया गया है।