द सूत्र अभियान: मददगारों को मिले माफी का समर्थन किया शिवराज और वीडी ने, कई संगठन भी आ रहे आगे

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BP Shrivastava
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द सूत्र अभियान: मददगारों को मिले माफी का समर्थन किया शिवराज और वीडी ने, कई संगठन भी आ रहे आगे

GWALIOR. ग्वालियर में वीसी की जान बचाने के लिए हाईकोर्ट जज की कार छीनने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में छात्र- हिमांशु श्रोत्रिय (22) और सुकृत शर्मा (24) डकैती की धाराओं में केस दर्ज किया गया और दोनों छात्र फिलहाल जेल में हैं। छात्रों से अनजाने में गलती हुई है, उन्हें इस मामले में माफी मिलना चाहिए। इस दिशा में द सूत्र ने भी अभियान चलाया है। द सूत्र का मानना है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में जान बचाने के लिए यह कदम छात्रों ने उठाया था, न कि अपराध करने की नियत से ... इसलिए छात्रों को मानवीय आधार पर कानूनी कार्रवाई से दोष मुक्त करना चाहिए। पुलिस की यह कार्रवाई नजीर बन सकती है और इससे भविष्य में लोग एक-दूसरे की मदद करने से बचने लगेंगे। इधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के इन छात्रों को माफी देने की मांग पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी की है। वहीं प्रदेश के कई वरिष्ठ नागरिकों और संगठनों ने भी द सूत्र की इस पहल का साथ दिया है।

जुड़ें द सूत्र के अभियान से

मानवता की यदि ऐसी सजा मिलेगी तो आगे फिर कोई कैसे किसी की मदद करेगा। इस मामले में द सूत्र आपकी राय जानना चाहता है, कि अगर उन छात्रों की जगह आप होते तो क्या करते। इसके लिए आप हमें अपने विचार वॉट्सऐप नंबर 626830583 पर लिखकर या फिर 30 सेकंड का वीडियो बनाकर भेज सकते हैं। साथ ही अपना नाम और पता लिखना न भूलें। द सूत्र आपकी बात को प्रमुखता से उठाएगा।

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शिवराज सिंह ने लिखा चीफ जस्टिस को पत्र

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पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने जबलपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर कहा है कि वीसी प्रो. रणजीत सिंह का दिल्ली से झांसी जाते समय स्वास्थ्य खराब हो गया था। ग्वालियर स्टेशन पर अचानक उतरकर छात्रों ने बाहर जज की कार की चाबी छीनकर कुलपति को अस्पताल पहुंचाया। उनकी जान हालांकि बचाई नहीं जा सकी। इस घटना के बाद छात्रों पर पुलिस ने चोरी और डकैती की धाराओं में मामला दर्ज किया। यह अलग तरह का मामला है। छात्रों का भाव अपराध करने का नहीं था। शिवराज सिंह ने आगे लिखा कि विश्वास है कि कोर्ट छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखकर उन्हें क्षमा कर देगा।

कुलपति को बचाना चाहते ​थे छात्र, मंशा मानवतावादी थी- वीडी शर्मा

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शुक्रवार को दोनों छात्रों के परिजनों ने बात की। उन्हें प्रकरण वापसी के लिए रास्ता खोजने का भरोसा दिया। इसके बाद वीडी शर्मा ने कहा कि छात्रों की मंशा मानवतावादी थी। कुलपति की जान बचाने के प्रयास में अज्ञानतावश अपराध हुआ।

विरोध में प्रदेशभर में एबीवीपी की मौन यात्रा

इधर, हिमांशु श्रोत्रिय और सुकृत शर्मा पर डकैती का मामला दर्ज करने के खिलाफ प्रदेशभर में एबीवीपी की मौन न्याय यात्रा शुरू हो गई है। शुक्रवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ग्वालियर सहित इंदौर, भोपाल, बैतूल, शिवपुरी और श्योपुर में मौन न्याय यात्रा निकाली गईं।


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