BHOPAL. भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लैपटॉप क्रय करने के लिए 78 हजार 641 स्टूडेंट्स के खातों में 196.60 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह और स्कूल शिक्षा एवं जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए।
सीएम शिवराज बोले- CBSC टॉपर को भी देंगे लैपटॉप
कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह ने ऐलान कर कहा कि अब CBSE के टॉपर विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। सीएम ने कहा, अगले साल से CBSE बोर्ड के लिए भी लैपटॉप देने की योजना लागू की जाएगी। हर एक स्टूडेंट्स को 25 हजार रुपए दिए गए हैं। समारोह में मुख्यमंत्री ने टॉपर बच्चों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा, टॉपर बच्चों ने मुझसे कहा कि मामा जी स्कूटी आपने MP बोर्ड को दी है, हमें नहीं दी। अब जितने टॉपर बच्चे हैं, उन्हें भी स्कूटी दी जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा, आप सभी स्टूडेंट्स से सुझाव लेने के लिए पोर्टल बनवाएंगे। सुझाव दो, हम फिर किसी बहाने से मिलकर साथ बैठेंगे। मैं जब अपने भांजे- भांजियों के बीच होता हूं तो सबसे ज्यादा प्रसन्न होता हूं।
प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए मिले 25 हजार रुपए
यह राशि 12वीं में 75% या इससे ज्यादा मार्क्स लाने वाले छात्र-छात्राओं के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर की गई। संभाग के 10 हजार 359, भोपाल जिले के 3 हजार 114 और प्रदेश के भर के साढ़े 78 हजार से ज्यादा प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को उनके खाते में लैपटॉप के लिए 25 हजार रुपये ट्रांसफर की है। इस कार्यक्रम में विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ और भोपाल जिले के 10 हजार 359 स्टूडेंट्स शामिल हुए। बाकी जिलों के स्टूडेंट्स वर्चुअली जुड़े।
सीएम बोले- कांग्रेस आई तो लैपटॉप देना बंद कर दिया था
कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा। सीएम ने कहा, जब कांग्रेस की सरकार 18, 19, 20 में आ गई थी, तो लैपटॉप बंद कर दिए थे। बच्चों की फीस भरवाना भी बंद कर दी थी। कांग्रेस ने बच्चों की जिंदगी बर्बाद करने का पाप किया। इस दौरान सीएम ने आगे कहा कि साल 2003 तक मध्यप्रदेश में जब स्कूल जाते थे, तो हम पहले एक हाथ में बस्ता और एक हाथ में फट्टी दबाकर ले जाते थे। बैठने की व्यवस्था नहीं होती थी। स्कूल भवन टूटे-फूटे रहते थे। अब मामा के राज में बिजली में पढ़ रहे हो।
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कांग्रेस के जमाने में शिक्षकों को 500 रुपए तनख्वाह मिलती थी
सीएम शिवराज ने कहा कि एक जमाना था कांग्रेस का, तब शिक्षकों को 500 रुपए तनख्वाह मिलती थी। 500 रुपए में पढ़ाने वाले क्या पढ़ाते? जब हमारी सरकार आई तो शिक्षकों को अध्यापक बनाकर सम्मान दिया। पुरानी कांग्रेस की सरकार ने जो गड़बड़ की, हमने ठीक करने की कोशिश की।