BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है और रिजल्ट 3 दिसंबर को आने वाला है। इस बीच विदिशा से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां ईवीएम पर मतदान करते समय 17 लोगों ने वीडियो बना लिए और तस्वीरें खींच लीं। साथ ही इन वीडियो और तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अब इन सभी 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि वोटिंग के दौरान मोबाइल और कैमरा ले जाने पर प्रतिबंध था तो ये वीडियो कैसे बना लिए गए। मामला विदिशा जिले के सिरोंज का है।
सोशल वर्कर्स ने की थी शिकायत
वोटिंग के दौरान वीडियो बनाने और तस्वीरें लेने के मामले की शिकायत सिरोंज के सोशल वर्कर्स ने चुनाव आयोग से की थी। इन सोशल वर्कर्स ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बताया था कि कुछ युवाओं ने वोटिंग के दौरान की अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दी है। ऐसा करना नियमों को तोड़ना है। इन लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
वोट की गोपनीयता भंग हुई
सोशल वर्कर्स ने चुनाव आयोग के लिए पत्र में कहा है कि बूथ पर मोबाइल फोन और कैमरा ले जाने की इजाजत नहीं है। इसके बाद भी कुछ लोग मतदान केंद्र पर मोबाइल ले गए। उन्होंने ईवीएम पर मतदान करते समय अपने वीडियो बना लिए और तस्वीरें खींच लीं। इस मामले में निर्वाचन कर्मियों की लापरवाही सामने आ रही है। यह मामला लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 128 का उल्लंघन है। इससे वोट की गोपनीयता भंग हुई है।
हो रही जांच
इस मामले पर सिरोंज प्रशासन ने संज्ञान लिया और 17 लोगों पर केस दर्ज कर लिया। सिरोंज एसडीएम हर्षल चौधरी के मुताबिक कुछ लोगों ने वोटिंग की गोपनीयता भंग की है। उन्होंने जिस प्रत्याशी को वोट दिया उसके सामने का बटन दबाते और पर्ची निकलते का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया है। यह गैरकानूनी है और वोट की गोपनीयता भंग करने वाला है। सक्षम अधिकारी से इस मामले की जांच कराई जा रही है। सही पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।