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RAIPUR. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में साइबर क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसे कंट्रोल करने के लिए अब सरकार भी सख्त हो गई है। छत्तीसगढ़ के पहले साइबर थाने का 10 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू उद्घाटन करने जा रहे हैं। रायपुर रेंज का पहला साइबर थाना फाफाडीह चौक में बना है। इस थाने के पहले प्रभारी इंस्पेक्टर गौरव तिवारी होंगे। वे साइबर क्राइम डीएसपी दिनेश सिन्हा के सुपरविजन में काम करेंगे। उनके साथ 12 लोगों का स्टाफ रहेगा, जो सिर्फ रेंज साइबर थाना का ही काम करेंगे। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने डीएसपी, टीआई, एएसआई समेत 14 स्टाफ को सोमवार (7 अगस्त) को साइबर थाना के लिए अटैच किया है। ये सभी एंटी साइबर एंड क्राइम यूनिट के लिए काम नहीं करेंगे। इसमें टीआई के साथ एएसआई मोहम्मद कय्यूम, हवलदार अनिल पांडेय, चंद्रकुमार ध्रुव सिपाही जसवंत सोनी, आलम बेग, रामेश्वर सिन्हा, दीपक ठाकुर, राजेश चौहान, रंजीत पिल्लई, राजकुमार देवांगन, अभिषेक सिंह और प्रीतम जंघेल रहेंगे।
प्रदेश का पहला रेंज साइबर सेल थाना
जानकारी के अनुसार अभी साइबर सेल से अफसरों और जवानों को अटैच कर थाना को शुरू किया जा रहा है। बाद में साइबर थाने की अलग से पोस्टिंग की जाएगी। साइबर थाना और जिलों के साइबर क्राइम के अलग-अलग डीएसपी और टीआई होंगे। दोनों का कार्यक्षेत्र भी अलग-अलग होगा। साइबर थान रेंज आईजी के निर्देशन पर काम करेंगी। रेंज के सभी जिलों की साइबर क्राइम और ठगी के शिकायत और एफआईआर की जांच करेगी। इन्हें जिले के अन्य क्राइम की वारदातों में नहीं लगाया जाएगा, जबकि जिले के साइबर सेल-क्राइम सिर्फ जिलो के केस देखेंगे।
इन जिलों में भी खुलेंगे साइबर थाने
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ पुलिस ने पांच संभागीय मुख्यालयों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर (सरगुजा) और जगदलपुर (बस्तर) में इसी महीने अलग से साइबर थाने खोलने जा रही है। इस साइबर थाने बिल्कुल नई तकनीक से काम करेंगे। यह मोबाइल के अलावा लैपटॉप और पेनड्राइव से डिलीट किए गए डेटा को भी रिकवर कर देगा। इसके अलावा इन्वेस्टिगेशन के लिए हर थानों में एक यूनिट वैन होगी, जिसमें साइबर पोर्टेबल लैब की सुविधा रहेगी।